छत्तीसगढ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि विगत 03 वर्षो से अधिक का समय व्यतित होने के उपरांत भी राज्य सरकार द्वारा मंहगाई भत्ता केन्द्र के समान करने में असमर्थ होने का खेल कर्मचारियों अधिकारियों से करती आ रही है। जिससे कर्मचारी अधिकारियों में काॅफी रोष व्याप्त है। पूर्व में विभिन्न विरोध प्रदर्शन के उपरांत भी राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों अधिकारियों के हित में किसी भी प्रकार का फैसला नहीं लिए जाने से कर्मचारी अधिकारी पुनः आंदोलन की राह पर अग्रसर है जिसकी समस्त जवाबदारी राज्य सरकार की है।
राज्य के माननीय मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से सौजन्य मुलाकात एवं फेडरेशन के कार्यक्रमों में उपस्थित होकर महगांई भत्ता केन्द्र सरकार के समान करने का आश्वासन दिया गया है, जो कि आज तक सिर्फ आश्वासन बन कर रह गया है। केन्द्र सरकार के कर्मचारियों को आज 34ः महगांई भत्ता मिल रहा है। राज्य के कर्मचारियों को 22ः महंगाई भत्ता मिल रहा है जो केन्द्र के नियत तिथी अनुसार नहीं है। राज्य में जो मंहगाई भत्ता राज्य कर्मचारियों को मिल रहा वह केन्द्र के कर्मचारियों से काॅफी अंतर है साथ ही निर्धारित तिथी से अप्राप्त होने से सभी कर्मचारियों अधिकारियों को मौलिक अधिकार की राशि से वंचित होना पड़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा अपनी मनमानी किये जाने से आज राज्य के कर्मचारियों/अधिकारियो काॅफी असंतोष व्याप्त है। राज्य सरकार के गलत नितियों के खिलाफ छत्तीसगढ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन पुनः एक बार आदोंलन की राह पर अग्रसर है जिसकी पूरी जवाबदारी राज्य सरकार की है। आदोलन के स्परूप में राज्य के कर्मचारियों के मौलिक अधिकार हनन के विरूद्ध चरणबद्ध आदोंलन किये जाने का निर्णय प्रातीय टीम द्वारा लिया गया है। जिसके प्रथम चरण में दिनांक 30 मई 2022 को जिला गरियाबंद के समस्त कर्मचारी साथियों ने मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर जिला गरियाबंद को हडताल में जाने की सूचना ज्ञापन के माध्यम से दिया जाना है मांग पूरा नही होने की स्थिति में दिनांक 30 जून 2022 को राज्य मुख्यालय रायपुर में महारैली एवं दिनांक 25 से 29 जुलाई 2022 तक अवकाश लेकर कलम बंद – काम बंद हडताल, कर शासन का ध्यान आकृष्ट करने का निर्णय लिया गया है। उक्त आंदोलन के पश्चात भी राज्य सरकार द्वारा कर्मचारी हित में निर्णय नहीं लिये जाने की स्थिति में चैथे चरण के रूप में अनिश्चितकालीन आदोंलन में समस्त कर्मचारी जाने का निर्णय लिया गया है। आंदोलन के प्रथम चरण में आज दिनांक 30 मई 2022 को कलेक्टर जिला गरियाबंद के प्रतिनिधी के रूप में उपस्थित मैडम श्रीमती ऋ़सा ठाकुर संयुक्त कलेक्टर को मुख्य सचिव के नाम चार चरणों में होने वाले आंदोलन की सूचना ज्ञापन के माध्यम से दी गई। आंदोलन को सफल बनाने हेतु संघटन के बी.के.तिवारी राजपत्रित अधिकारी संघ जिला अध्यक्ष गरियाबंद, बसंत त्रिवेदी महासचिव छ.ग.कर्म.अधि.फेडरेशन, मिश्रीलाल तारक उपसयोंजक छ.ग.कर्म.अधि.फेडरेशन एन.के.वर्मा जिला अध्यक्ष छ.ग. शिक्षक संघ, लखन लाल साहू, अध्यक्ष छ.ग.तृ.कर्म.संघ जिला गरियाबंद, सुदामा ठाकुर, बसंत मिश्रा, पन्ना लाल देववंशी, लिपिक संघ जिला अध्यक्ष गरियाबंद, शिवेष शुक्ला संयुक्त शिक्षक संघ प्रदेश उपाध्यक्ष, यशवन्त कुमार साहू, ब्लाॅक अध्यक्ष फिंगेश्वर, इंन्दु भुषण साहू, एस.के.बंजारे डिप्टी डायरेक्टर, डाॅ.के एन सोरी, डी.के.पटौती, उमाशंकर साहू, के.एल. यादव, चन्द्रहास श्रीवास, श्री केशोराम साहू, एल.पी.वर्मा, कमलेश चंद्राकर सहायक अभियंता, श्रीमती सरोजनी मिर्जे, बजारे मैडम जी महिला एवं बाल विकास के साथ साथ विभिन्न संघठनों के पदाधिकारी अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित थे।