रायपुर। राजधानी के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी मैदान में आतिशबाजी कर विजयदशमी मनाई गई। दशहरा मैदान में 101 फीट रावण के पुतले का दहन किया गया, वहीं 85 फीट के मेघनाथ, कुंभकरण का पुतला जलाया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से प्रदेशवासियों को विजयदशमी की बधाई दी, उन्होंने राम-राम के साथ भाषण की शुरुआत की। विजयादशमी आज के दिन बहुत महत्त्वपूर्ण हैं, क्योंकि आज के दिन भागवान राम ने रावण पर विजय पाई थी. छत्तीसगढ़ में भगवान राम को भांजे के रूप में जाना जाता हैं। भगवान राम ने 12 साल के वनवास में 10 साल छत्तीसगढ़ में गुजारा हैं। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने लोगों को दशहरे की शुभकामनाएं दी, उन्होंने कहा कि आज का दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का दिन हैं ।
आज के दिन मन में भगवान राम के बताये पथ को ध्यान में रखते हुए चले और छत्तीसगढ़ का विकास करें। दशहरा उत्सव कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसुइया उइके एवं अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की, इस अवसर पर वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक विकास उपाध्याय, महापौर प्रमोद दुबे, कांग्रेस प्रवक्ता किरणमयी नायक, कांग्रेस नेता पंकज शर्मा मौजूद रहें। मंच पर रामलीला का मंचन किया गया, इसके बाद आतिशबाजी शुरू की गई। रावण दहन के बाद करीब 20 मिनट तक पटाखों की आतिशबाजी हुई, एक-एक कर फूट रहे पटाखों ने जनता का समां बंधे रखा। लोग पटाखों का वीडियो और उसके साथ सेल्फी लेते नजर आए। रावन दहन के दौरान एक बच्चा भी गुम गया, कलाकारों ने मंच से उसके माता-पिता को बच्चे गुम होने की सूचना दी, एक पुलिस अधिकारी की मदद से बच्चे को उसके पिता को सकुशल सौंपा गया। इस बार सार्वजिनक दशहरा उत्सव समिति का अध्यक्ष उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा को बनाया गया था, इस सफल आयोजन के लिए राज्यपाल ने बधाई दी।