जिला गरियाबंद – CM बघेल ने समीक्षा बैठक के बाद हैलीपैड में अपने प्रमुख सचिव को Deo करमन खटकर को विभिन्न शिकायतों के बाद हैलीपैड में ही रवाना होने के पूर्व अपने प्रमुख सचिव को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया (सूत्रों के हवाले से) Deo खटकर पर कार्यवाही में प्रमुखता से रहे कारणो में जिला स्तरीय स्थानांतरण घोर फेराफेरि करने व स्थानांतरण सूची में मनमाने नाम भेजने जिसमें एकल शिक्षकीय स्कूल करने व बाद में कार्यवाही के डर से Beo लोगों को मौखिक आदेश देते कार्यमुक्त न करने व क़रीबियों को रहने देने जैसे टेलीफ़ोनिक निर्देश व अपना नाम नही बताने जैसे कारनामे के साथ सहायक शिक्षकों (एल बी ) के पदोन्नति सूची में भारी गड़बड़ी करते फ़र्ज़ी शिक्षकर्मियो का सविलियन बाद उनके कार्यवाही न्यायालयीन प्रकरणों को सेवा पुस्तिका में संधारित नही कराने के साथ
गोपनीयचरित्रवावली में भी क्लीन चिट देते संभागीय संयुक्त संचालक रायपुर को पदोन्नति हेतु प्रेषित कर दिया जिस पर कालांतर में शिकवा शिकायत के बाद जेडी कार्यालय रायपुर द्वारा पदोन्नति प्रक्रिया में भाग लेने से इनकार करते कार्यवाही के लिए स्कूल शिक्षा सचिव संचालक लोक शिक्षण सहित जिला कलेक्टर को भी पत्र प्रेषितकिया गया थाl देखा जाए तो Deo खटकर अपने पूरे कार्यकाल में विभागीय कार्यों में ढुलमुल रवैए व लापरवाही के लिए शुरू से ही l फ़र्निचर ख़रीदी हो या स्वच्छता सामग्री ख़रीदी हो या पुस्तक ख़रीदी मामला या फ़िर क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर आदिमजाति व अनुसूचित जाति विभाग के आदेश व सामान्य प्रशासन के गाइड लाइन के अनुसार प्रतिनियुक्त अधीक्षककर्मचारी( शिक्षकों) को हटाने व अपने चहेतों को बिठाने किए गए कई आदेश है उसने समयोजन जैसे lध्यान देने बात यह रही की मुख्यमंत्री बघेल के द्वारा ज़िले में समीक्षा बैठक के दौरान यह लगा ही नही की जाते जाते जिला स्तरीय शिक्षा विभाग की जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के जिला अधिकारी भी समीक्षा बैठक के बाद जानकारी छुपाने के बाद आश्वत नज़र आए कि उन पर कोई संकट नही आएगाl आख़री समय में मुख्यमंत्री के निर्देश ने डीईओ खटकर के साथ उसके इस खेल में शामिल टीम के मंसूबो पर पानी फेर दियाl लगा क़ि इस कार्यवाही को अंजाम तक पहुँचाने व भ्रष्टाचार से शिक्षाविभाग को तार तार करने वाले अधिकारी के रवानगी कि पटकथा के लिए हैलीपैड में मुख्यमंत्री के उड़ान का समय तय था जिससे की किसी को मौक़ा बचने बचाने का न मिलेl सूत्रों की माने तो डीईओ खटकर के कारनामों पर विराम लगाने मुख्यमंत्री प्रवास का बेसब्री से इंतज़ार था क्योंकि जिला शिक्षा अधिकारी के कारनामों की कई शिकायतों पर कार्यवाही के लिए जिला कलेक्टर द्वारा कड़ी कार्यवाही के लिए पत्र उच्च कार्यालयों को पूर्व में ही भेजी जा चुकी थी परंतु खटकर जी के विभागीय कारनामों में सहभागी नेताओ के वरदहस्त के चलते मामला उच्च स्तर पर साँठगाँठ के चलते दब जा रहा थाl इसलिए डीईओ को हटाने के लिए शिकायत मंचों पर नही किया गया बल्कि मुख्यमंत्री के देवभोग प्रवास के समय ही ध्यान में ला दिया गया था लेकिन कार्यवाही का समय हैलिपेड तय लगाl वैसे विभागीय हल्क़ों ये कानाफूसी अभी भी बनी है कि कार्यवाही मात्र हटाने कि हुई जबकि कईयो को लगता था कि बड़ी कार्यवाही हो सकती थीl