प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द मे बैकलेस डे पर हुआ विविध आयोजन

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जिला गरियाबंद
शासन के निर्देशानुसार प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में बैगलेस डे पर हिंदी साहित्य के महान कवि मैथिलीशरण गुप्त जी का जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।


उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया गुप्त जी का जन्म 3 अगस्त 1886 को चिरगांव झांसी उत्तर प्रदेश में एक वैश्य परिवार में हुआ था मैथिलीशरण गुप्त ने अपने जीवन काल में अपनी रचनाओं के माध्यम से अनेक लोगों को देशभक्ति के लिए प्रेरित किया भारत भारती उनकी सर्वश्रेष्ठ देशभक्ति रचनाओं में से एक है तत्पश्चात शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार बस्तामुक्त शनिवार मे मित्रता दिवस पर बच्चों को बताया गया की कृष्ण और सुदामा की मित्रता एक मिसाल है बचपन के दिनों में ही कृष्ण ने सुदामा को

वचन देते हुए कहा था कि मित्र तुम जब भी संकट में खुद को पाओगे मुझे याद करना मैं जरूर अपनी मित्रता निभाऊंगा और बाद में श्री कृष्ण ने अपना वचन निभाया। मित्रता का रिश्ता दुनिया में सबसे खूबसूरत होता है शिक्षक खोमन सिन्हा ने बच्चों को बताया कि मित्रता बहुत ही पवित्र होती है जो सच्चा प्यार ऊंच नीच या अमीरी गरीबी में फर्क नहीं करता इसलिए आज हजारों साल बाद भी कृष्ण और सुदामा की मित्रता को सच्चे प्यार के प्रतीक के तौर पर पूरी दुनिया में याद किया जाता है। संस्था के प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव ने बच्चों को टिटंगी दौड़ करवाया जिसमें सभी बच्चों ने सहभागिता निभाया दौड़ में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया साथ ही अपने उद्बोधन में बच्चों को खेल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी आवश्यक है क्योंकि खेल शारीरिक और क्रियात्मक विकास को बढ़ावा देता है बच्चे सामाजिक होना सीखते हैं एवं भावात्मक विकास में सहायक होता है शिक्षक घनश्याम कंवर ने कहा की खेल से शरीर फिट होता है इसमें टीमवर्क और लीडरशिप की भावना बढ़ती है खेल के माध्यम से नीरस जीवन में ऊर्जा का संचार होता है वर्तमान मे स्पोर्ट्स में बेहतर जॉब के अवसर मिल रहे हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ग्राम के वरिष्ठ नागरिक दयालु कंडरा शांतिलाल सेन खोमन साहू चैतराम साहू प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव घनश्याम कंवर निरूपा निषाद दुर्गेश विश्वकर्मा मंदाकिनी साहू लीलाराम मतवाले शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे