गरियाबंद रिपोर्टर _ रोशन लाल अवस्थी
ग्राम अमली पदर में चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर देवी भागवत कथा का अत्यंत भव्य और श्रद्धामय आयोजन किया जा रहा है। इस आध्यात्मिक आयोजन की प्रेरक युगल जोड़ी श्रीमती शीतल पांडे और श्रीमान गोपाल पांडे हैं, जिन्होंने श्रद्धा एवं सेवा भावना के साथ इस धार्मिक अनुष्ठान की व्यवस्था की है।

कथा वाचन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है भागवताचार्य श्री विश्वनाथ त्रिपाठी को, जो कि स्व. श्री नीलकंठ प्रसाद त्रिपाठी के प्रपौत्र हैं। अपने सरल, मधुर एवं भावविभोर करने वाले वाणी से वे श्रोताओं को देवी भागवत कथा का महत्व समझा रहे हैं। त्रिपाठी जी की वाणी में ऐसा आध्यात्मिक आकर्षण है कि कथा स्थल भक्ति और आस्था के रंग में रंग चुका है।

यह आयोजन अमली पदर के ब्राह्मण पारा में हो रहा है, जहां क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन उपस्थित होकर कथा श्रवण कर रहे हैं। वातावरण में संगीतमयी कथा की गूंज और श्रद्धालुओं की उपस्थिति से पूरा क्षेत्र भक्ति में सराबोर हो गया है।

कथा के पश्चात प्रतिदिन शाम को भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालु प्रेमपूर्वक प्रसाद ग्रहण कर आत्मिक तृप्ति के साथ अपने-अपने घर लौट रहे हैं।

यह पहला अवसर है जब श्री विश्वनाथ त्रिपाठी जी द्वारा देवी भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है, और क्षेत्रवासियों का मानना है कि उनका भक्ति भाव से परिपूर्ण वर्णन अत्यंत प्रभावशाली एवं हृदयस्पर्शी है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक जागरूकता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक एकता और आस्था का नया संदेश भी दे रहा है।