गरियाबंद ग्राम पारागांव में आयुष्मान कार्ड में पंचायत कोई सपोर्ट नही आप जनता परेशान जबकि आयुष्मान कार्ड परिवार के सभी सदस्य के बनना है आयुष्मान कार्ड परिवार के सभी सदस्य के बनना है मगर पंचायत में सरपंच महिला होने के कारण पंचायत पारागांव में पंचायत प्रतिनिधि पंचायत को संचालित करते हैं
जिसके चलते सरपंच को पंचायत के कार्य का अनुभव नहीं है पंचायत में पूरा निर्णय सरपंच प्रतिनिधि का होता है आयुष्मान कार्ड केंद्र शासन सरकार द्वारा जनहित में कार्य किया जा रहा है आयुष्मान कार्ड परिवार के सभी सदस्यों को बनना अनिवार्य है जिसमें पंचायत में आम जनता की भीड़ आने से कई प्रकार से परेशानी होता है मगर वहां पर पंचायत के कोई भी सदस्य नहीं होने से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है पंचायत में कोई सदस्य नहीं होने से आम जनता करोना का डर नहीं होता सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं पा रहा हैं। और भीड़ आ जाने से कई बार वाद विवाद की नवोमत पंचायत में आ गया है। मगर पंचायत में कोई नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पडा ग्राम पंचायत पारागांव में सरपंच को फोन लगाने से सरपंच प्रतिनिधि फोन उठाते हैं । और कहा जाता है कि आयुष्मान कार्ड ठेका में बना रहे हैं क्या जिसके चलते हम वहां पर क्यों अपना समय दे इसलिए हम वहां पर ध्यान नहीं दे रहे हैं सचिव पारागांव पंचायत में नहीं आते हैं जबकि सचिव आयुष्मान कार्ड में नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है पंचायतों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए नोडल अधिकारी ग्राम पंचायत सचिव को बनाया गया है उसमें रोजगार सहायक, एनएम सभी को उपस्थित रहना अनिवार्य है मगर सचिव ग्राम पंचायत में नहीं पहुंचते हैं ना ही फोन उठाते हैं ग्राम पंचायत सचिव की बड़ी लापरवाही होने के कारण आयुष्मान कार्ड बनने के लिए आम जनता को परेशानी हो रहा है इसके जिम्मेदार कौन पंचायत भगवान भरोसे चल रहा है