पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के सनी देओल आगे चल रहे हैं। वे अभी 52603 वोटों से आगे चल रहे हैं।कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को टिकट दिया था जो पूर्व राज्यपाल बलराम जाखड़ के बेटे हैं। इनके अलावा आम आदमी पार्टी के पीटर मसीह और पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस के लाल चंद भी मैदान में थे। बता दें यह सीट भाजपा का गढ़ रही है और इससे पहले 1998, 1999, 2004 और 2014 में विनोद खन्ना की यहां जीत हासिल की थी। हालांकि 27 अप्रैल, 2017 को विनोद खन्ना के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील जाखड़ को यहां रिकॉर्ड मतों से जीत मिली थी। एग्जिट पोल में गुरदासपुर में भाजपा की जीत की उम्मीद जताई गई थी। इस बार विनोद खन्ना की पत्नी कविता यहां से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन पार्टी ने सनी देओल को मौका दिया। राजनीति के मैदान में पहली बार उतरे अभिनेता सनी देओल ज्यादा कुछ बोलने के बजाय केवल इतना ही कहते थे कि वे यहां बहस करने या भाषण देने के लिए नहीं आए हैं, वे तो देश तथा लोगों की सेवा के लिए आए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि वे विनोद खन्ना के शुरू किए गए प्रोजेक्ट्स को पूरा करेंगे। उन्हें लोगों से मिल रहे प्यार पर भरोसा है। सनी के प्रचार के लिए उनके पिता धर्मेन्द्र तथा भाई बाबी देओल जुटे थे। धर्मेंद्र ने यह भी कहा था कि यदि उन्हें पहले पता होता कि इस सीट से कांग्रेस ने सनी के खिलाफ बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ को टिकट दिया है, तो वे सनी को चुनाव लड़ने नहीं देते। दरअसलए दिग्गज कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ और धर्मेंद्र पक्के दोस्त थे। वे एक-दूसरे को भाई मानते थे।सनी के लिए यहां प्रचार करने वालों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, पीयूष गोयल, वीके सिंह, अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल शामिल थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा़ ने 6 सीट पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस को 3 और आम आदमी पार्टी को 4 सीटों से संतोष करना पड़ा था।