छुरा। नगर के लक्ष्मीनारायण अस्पताल में आदिवासी महिला के बच्चेदानी के आपरेशन के बाद मौत हो गई थी। महिला के परिजनों की शिकायत के बाद अस्पताल सील कर मामले की जांच की जा रही थी। जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही प्रदर्शित होने एवं कार्यवाही की अनुशंसा की गई है। जिस पर विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ किर्तन साहु के अनुरोध पर थाना छुरा में एफ आई आर दर्ज की गई है।
विदित हो कि नगर के लक्ष्मीनारायण अस्पताल में पेट में दर्द की शिकायत को लेकर भर्ती हुई थी। जहां अस्पताल प्रबंधन ने बच्चेदानी में कैंसर बताते हुए महिला का आपरेशन कर बच्चेदानी निकाल दी। बाद में जब महिला की तबियत फिर से बिगड़ी तो रायपुर के एक निजी अस्पताल में फिर से आपरेशन कर छुट्टी दे दी गई थी। महिला की तबीयत में लगातार गिरावट होते देख परिजनों ने जिला अस्पताल गरियाबंद में भर्ती कराया जहां से उन्हें मेकाहारा रिफर कर दिया गया । जहां इलाज के दौरान महिला गैंदुबाई की 11 भी को मौत हो गई थी। जांच प्रतिवेदन में यह बताया गया है कि मृतका गैंदुबाई गर्भवती थी जिसकी पुष्टि हिस्टोपैथोलाजी टेस्ट से हुई है।वहीं मृतका की उम्र 40 वर्ष से कम थी ,जबकि नियमानुसार 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के बच्चेदानी के आपरेशन हेतु सीएमएचओ कार्यालय से अनुमति प्राप्त करनी होती है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस संबंध में नाही कोई अनुमति ली गई और नाही कोई सुचना दी गई ।जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन के उपर कार्यवाही की अनुशंसा जांच अधिकारियों द्वारा की गई है। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी किर्तन साहु के थाना छुरा में अस्पताल प्रबंधक ज्योतिनारायण दुबे एवं आपरेशन करने वाले डाक्टर नरेन्द्र नरसिंग के विरुद्ध धारा 304ए भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।