आचार संहिता उल्लंघन मामले में चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दे दी है। बता दें कि चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी कि चुनावी भाषण के दौरान पीएम मोदी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। मामले में आज सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में आचार संहिता उल्लंघन जैसी कोई चीज सामने नहीं आई है। चुनाव आयोग से यह शिकायत पीएम मोदी के महाराष्ट्र के वर्धा में दिए भाषण के खिलाफ की गई थी।पीएम मोदी ने वर्धा में 1 अप्रैल को चुनावी रैली में कहा था कि कांग्रेस को कैसे माफ किया जा सकता है। जब आप लोग हिन्दू आतंकवाद की बात सुनते हैं तो क्या आप लोग दुखी महसूस नहीं करते। एक समुदाय जो शांति, भाइचारा और सद्भाव के लिए जाना जाता है, उसे आतंकवाद से कैसे जोड़ा जा सकता है। हजारों साल के इतिहास में एक भी ऐसा वाकया नहीं है जिसमें हिन्दू आतंकवाद का जिक्र हो, यहां तक कि ब्रिटिश भी यह नहीं कह सके। वहीं, अमित शाह ने भी कहा था कि राहुल ने हिन्दू धर्म को पूरे विश्व में बदनाम किया है। यहां तक कि कोर्ट ने कहा है कि हिन्दू आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है। राहुल को हिन्दू धर्म को आतंकवाद से जोड़ने पर माफी मांगनी चाहिए। याचिाककर्ता ने कहा था कि इससे पहले आयोग ने इसी तरह के उल्लंघन करने पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ कार्रवाई की थी और उन्हें तीन दिन तक प्रचार करने से रोक दिया था।