नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, पी. चिंदबरम समेत पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में यह घोषणा-पत्र जारी किया। राहुल गांधी ने इस घोषणा-पत्र को कांग्रेस का बड़ा कदम बताया और कहा कि जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरूआत की थी तो पी. चिदंबरम और राजीव गौड़ा से कहा था कि यह घोषणा-पत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए। पढ़िए घोषणा-पत्र खास बातें। अति-गरीबों के लिए- राहुल के मुताबिक, पीएम मोदी ने लोगों को 15 लाख देने का वादा किया था, लेकिन वो झूठा निकला। इसके बाद मैंने पार्टी नेताओं से कहा कि इसकी सच्चाई लेकर आएं। इसमें हम लोगों को 72 हजार सालाना देंगे। देश के अति गरीब 20 फीसदी लोगों के खाते में यह राशि जमा की जाएगी। युवाओं के लिए- 22 लाख सरकारी रोजगार खाली पड़े हैं जिन्हें कांग्रेस सत्ता में आते ही भर देगी। देश में 10 लाख पंचायतों में रोजगार देंगे। तीन साल के लिए देश के युवाओं को कोई परमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी। हम मनरेगा को 150 दिन गारंटीड करना चाहते हैं। हम मनरेगा के 100 दिन बढ़ाकर 150 करना चाहते हैं। किसानों के लिए- मेनिफेस्टो में कांग्रेस ने किसानों के लिए दो बड़ी चीजें सोची हैं। किसानों के लिए सेपरेट बजट होना चाहिए। नीरव मोदी जैसे लोग लोन लेकर भाग जाते हैं, वहीं किसान लोन नहीं चुकाता तो उसे जेल में डाल दिया जाता है। हमने तय किया है कि उसे हम आपराधिक मामला ना मानें। राहुल के मुताबिक, बीजेपी ने कहा था कि किसान का कर्ज माफ करना संभव नहीं। हमने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कहा था कि किसानों का कर्जा माफ करेंगे, हमने कर दिया। हम पर भरोसा करिए। देश के किसान को मालूम होना चाहिए कि उसको कितना पैसा मिल रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए- इसके तहत जीडीपी का 6 प्रतिशत पैसा देश की शिक्षा में दिया जाएगा। मोदी सरकार ने उसे कम किया है। स्वास्थ्य के मामले में सरकार लाई है जिसका लक्ष्य देश के इंश्योरेंस वालों को पैसा देना है। हम इस पर भरोसा नहीं करते। इसलिए हमारा फोकस सरकारी अस्पतालों को बेहतर करने पर रहेगा। गरीबों का इलाज बड़े अस्पतालों में होगा। देश की सुरक्षा के लिए- बकौल राहुल, इस मामले में कांग्रेस का रिकॉर्ड आपको मालूम है। कश्मीर में आतंकवाद से मौतें बढ़ रही हैं।