एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में हर तरह की धड़कन का उपचार संभव

0
91

रायपुर। एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट डॉ. बी.आर.अम्बेडकर चिकित्सालय रायपुर में धड़कनों से संबंधित बीमारी पर विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में आटोमेटेड इम्पलाटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर मशीन पर विस्तार से जानकारी दी गयी। इस मशीन को एआईसीडी कहा जाता है। ये छोटी डिवाइस मशीन है जिसे छाती में लगाया जाता है। ये मशीन दो प्रकार से जान बचाती है। ये दिल की धड़कनों की विषमताओं को दिल के अन्दर के ही हल्का करंट का झटका या दिल में तेज गति से धड़कन को धड़का कर कार्डियोर्वसन कर सुधार करती है। साथ ही यह मशीन मरीज की हर धड़कन का लेखा-जोखा रखती है जिसे कम्प्यूटर द्वारा पढ़ा जा सकता है और इलाज करने वाले डॉक्टर द्वारा मशीन की नसों के बेहतर इलाज देने के लिए प्रोग्रामिंग में मदद करती है। 13 अगस्त 2018 को एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट डॉ. बीआर अम्बेडकर हॉस्पिटल रायपुर में दो मरीजों का इलेक्ट्रो फिजियोलोजी स्टडी और रेडियो फ्रिक्वेंसी अबलेशन द्वारा आगे इलाज से इस संस्थान में कार्डिक इलेक्ट्रो फिजियोलोजी सुविधा की शुरूआत हुई थी। अभी इलेक्ट्रो फिजियोलोजी स्टडी की मशीन दिल्ली के कार्यशाला के आयोजन से समय किराये पर मंगाई जाती है। सी.जी.एम.एस.सी. द्वारा इलेक्ट्रो फिजियोलोजी स्टडी की मशीन टेंडर प्रकिया में पिछले दो वषों से है इस मशीन के आ जाने से एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में मरीजों को यह सुविधा नित्य उपलब्ध रहेगी। कार्यशाला में एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट कार्डियोलोजी के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव कार्डियोथोरेसिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. के.के. साहू, और डॉ. निशांत सिंह चंदेल निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा जैन शाह एवं कार्डियोलोजी के डॉ. लवलेश सिदार और डॉ. अविनाश नेताम कैथ टेक्निशियन आई.पी. वर्मा, नवीन ठाकुर, चन्द्रकांत, राम कुमार नर्सिंग शीना थॉमस, आनन्द, मीनाक्षी सामिलित थे।