रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश मंगलवार कोरायपुर के नरदहा गांव में शिवाजी जयंती महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने उपस्थित ग्रामीणों से शिवाजी के जीवन से प्रेरणा लेकर समृद्ध और स्वाभिमानी छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए सहयोग का आव्हान किया। श्री बघेल ने कहा कि शराब बंदी के पहले प्रदेश में नशा मुक्ति केन्द्र खोले जाएंगे। इस वर्ष 50 शराब दुकानें बंद की जा रही है। शराब पर रोक लगाने के पहले जनजागरण आवश्यक है। समाज के पदाधिकारियों को इसके लिए आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जीवन में लक्ष्य प्राप्ति में दृढ़ इच्छा शक्ति और मनोबल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। छत्रपति शिवाजी एक महान योद्धा भी थे। उन्होंने अपनी छोटी सेना के साथ दृढ़ इच्छा शक्ति से औरंगजेब की विशाल सेना को भी परास्त कर दिया था। छत्रपति शिवाजी महाराज भारत माता के महान सपूत थे। उनका प्रेरणादायक जीवन हमें देश प्रेम और मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य सभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा ने की। जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती शारदा वर्मा, छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष रामकुमार सिरमौर, नरदहा की सरपंच श्रीमती प्रेमलता वर्मा इस अवसर पर उपस्थित थीं।
दो करोड़ की लागत के कार्यो का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्राम नरदहा में लगभग दो करोड़ रूपए की लागत के 14 निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया। इनमें नरहदा में लगभग 20 लाख रूपए की लागत से लोक शिक्षण केन्द्र, 20 लाख रूपए की लागत से निर्मित महिला समूह भवन, 8.5 लाख रूपए की लागत से निर्मित उचित मूल्य की दुकान, 9.2 लाख रूपए की लागत से निर्मित दो मॉडल आंगनबाड़ी भवन, 6.8 लाख की लागत से निर्मित कन्या हाई स्कूल, लगभग 30 लाख रूपए की लागत से निर्मित व्यावसायिक परिसर शामिल है।
बच्चों की हाजिर जवाबी से प्रभावित हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री जब अपने सम्बोधन के लिए पहुंचे तो सभा में आगे बैठे स्कूली बच्चे आपस में बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सहज ही बच्चों से बड़ी आत्मीयता के साथ बातें प्रारंभ की और शिवाजी की जीवनी से जुड़े कुछ सवाल पूछे। बच्चों ने उनके प्रश्नों में गहरी रूचि लेकर बड़ी तत्परता से सवालों के सही जवाब दिए। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि शिवाजी की माता का नाम क्या था। बच्चों ने बताया जीजाबाई। यह पूछे जाने पर कि शिवाजी कितने वर्ष की आयु तक जीवित रहे। बच्चों ने बताया 52 वर्ष। मुख्यमंत्री ने बच्चों की जानकारी की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया और शिक्षकों की भी तारीफ की। मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि उन्हें देश के महापुरूषों के साथ छत्तीसगढ़ के महापुरूषों की जीवनी पढ़नी चाहिए। इससे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। बच्चे अपना लक्ष्य निर्धारित करें और लगन के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई करने और आगे चलकर देश का अच्छा नागरिक बनने की समझाईश बच्चों को दी।
सायकलिंग के खिलाड़ी को दिया 80 हजार का स्वेच्छानुदान
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में ग्राम नरदहा के सायकलिंग खेल के उभरते खिलाड़ी साजन कुर्रे को सायकल खरीदने के लिए 80 हजार रूपए का स्वेच्छानुदान स्वीकृत किया। साजन कुर्रे ने मुख्यमंत्री को मंच पर जाकर स्पोर्टस सायकल खरीदने के लिए सहायता का आग्रह किया था। साजन कुर्रे गांव के हायर सेकेण्डरी स्कूल में कक्षा 11वीं की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने 8 से 12 फरवरी तक पूणे में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में 7वॉ स्थान प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने उन्हें उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद प्रदान किया।