गरियाबंद/ छुरा । जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अन्तर्गत छुरा में कई वर्षों से संचालित हो रही निजी अस्पताल में दिनांक 30 अगस्त 2024 को गरियाबंद जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य टीम द्वारा किया गया छापेमारी की कार्यवाही कर एक अवैध रूप से संचालित हो रहे निजी अस्पताल को बंद कर दिया गया। बुलंद हौसले के साथ संचालित हो रही थी। झोलाछाप डॉक्टर जैकब जॉर्ज की दुकानदारी बंद हुआ।
विकासखंड छुरा जिला गरियाबंद आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र में भोले भाले लोगों के साथ हो रही खिलवाड़ पर बढ़ती हुई पर पूर्ण तरीके से कार्यवाही नहीं होती झोलाछाप डॉक्टर की बढ़ती जनसंख्या वृद्धि होती जा रही है। परंतु प्रशासन मौन धारण कर बैठी हुई है । एक पर कार्यवाही करने से कोई बडी बात नहीं है। जिला गरियाबंद में हजारों की संख्या में प्रत्येक ग्राम पंचायत में तीन चार झोलाछाप डॉक्टर गांव में बिना डिग्री अपने पिता के नाम लिखना नही जानते परंतु आम जनता के ईलाज खुले आम व्यापार दुकान चला रहे हैं। फिर भी जिला स्वास्थ विभाग की मीली भगत से कई वर्षों से संचालित होती है । झोलाछाप डॉक्टर को खुली छूट दे दिया गया है।
झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत करने पर भी टीम आज उपरांत कोई कार्यवाही होनी हुई है । इससे प्रतीत होती है कि स्वास्थ विभाग मिली भगत हैं । वही एक अस्पताल पर स्वास्थ विभाग द्वारा एक कार्यवाही कर अपनी पीठ थपथपाती हुई नज़र आ रही है। अवैधानिक निजी अस्पताल संचालक डॉक्टर जैकब जॉर्ज द्वारा बेखौफ होकर आदिवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ जैसा जिन्होंने कृत्य किया जा रहा था। झोलाछाप डॉक्टर की छापामार कार्यवाही में मौजूद रहे टीम डॉ.अमन हुमने, डॉ.सुनील रेड्डी, डॉ. सोमेश्वर ठाकुर एव डॉ. हरीश चौहान पहुंचे मौके पर अस्पताल संचालन हेतु वैध दस्तावेजों की कमी पाई गई। जिसमे डॉक्टर जैकब जॉर्ज को त्वरित लिखित स्पष्टीकरण मांगते हुए।
अस्पताल में ताला जड़ दिया गया । साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉक्टर जैकब जार्ज को हिदायत देते हुए कहा कि,यदि आप पुनः अस्पताल का संचालन करना चाहते है तो आपको नर्सिंग होम एक्ट संबंधित संपूर्ण दस्तावेज सबमिट करना पड़ेगा । उसके बाद ही आप अस्पताल का संचालन कर सकते है। यदि इसके बावजूद आपने अस्पताल का संचालन किया तो ये आपकी स्वयं की जवाबदारी होगी।
स्वच्छता और जैव-चिकित्सा अपशिष्ट परमिट नही है।
डॉक्टर जैकब जार्ज के अस्पताल में बायोमेडिकल अपशिष्ट पाइपलाइन और अपशिष्ट कम करने वाली पाइप बिछाने के लिए नगर पंचायत को अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु अभी आवेदन किया गया है। जबकि इनको पूर्व में ही कर लेना था।
लेकिन अपने अड़ियल रवैए के चलते इन्होंने किसी के प्रकार से भी अस्पताल प्रबंधन हेतु वैध दस्तावेज नहीं रखे है। इस प्रकार के झोलाछाप डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए परंतु प्रशासन की लचर व्यवस्था के कारण झोलाछाप डॉक्टर गांव गांव में पुटु की तरह निकल रहे हैं ।