गरियाबंद जिला में कल्याण संघ जिला स्तरीय , रसोईया संघ , अध्यक्ष लता देवांगन द्वारा भुपेश मुख्यमंत्री के नाम 3 सूत्रीय मांग को कलेक्टर घेराव किया गया 1995 से मध्यान्ह भोजन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में पढ़ने वाले बच्चों को अन्यरत रूप से जारी रखने हेतु
मध्यान्ह भोजन योजना वर्षों से जारी है . मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मचारी को जिनके ऊपर स्वादिस्ट भोजन पकाने व खिलाने के लिए रसोईयों को नियुक्ति किया गया है । जिसमें प्रातः 09 बजे से लेकर दोप . 3 बजे तक कार्य किया जाता है । मध्यान्ह भोजन पकाने व खिलाने एवं बर्तन की साफ सफाई करने में पूरे दिन लग जाता है , जिससे और दूसरा कार्य नहीं हो पाता है
इसलिये हमें कलेक्टर दर पर मजदूरी भुगतान किया जाते । रसोईया कार्य पूर्ण कालीन छ घंटा कार्य दिवस होने के बावजूद न तो शासकीय नियमित कर्मचारी माना जाता है और न ही न्युनतम वेतन दिया जाता है । वर्तमान में रसोईयों का मान्यदेय 1500 रूपये दिया जा रहा है । वह भी 5-7 घंटा में मध्यान्ह भोजन पकाने का कार्य को शासन द्वारा डेढ़ घंटा माना जा रहा है । डेढ़ घंटा में पानी गर्म नहीं होता बनना तो दूर की बात है । मध्यान्ह भोजन पकाने का डेढ़ घंटा के आदेश 96 है । खाना के को अतिशीघ्र खारिज किया जाये और छ घंटा की दर से कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाये 3 सूत्रीय मांग लेकिन आये अपर कलेक्टर को आवेदन दिया