छत्तीसगढ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला संयोजक प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कर्मचारी हित में लंबित मांगों को आज तक पूर्ण नही किये जाने के कारण कर्मचारी अधिकारियों में कॉफी रोश व्याप्त है। लगातार राज्य सरकार को विभिन्न आदोंलनो एवं माध्यमों से मंहगाई भत्ता केन्द्र के समान करने व अन्य मांगो को पूर्ण करने हेतु लगातान निवेदन किया जाता रहा है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों अधिकारियों के हित में किसी भी प्रकार का
फैसला नहीं लिए जाने से कर्मचारी अधिकारी पुनः आंदोलन की राह पर अग्रसर है आंदोलन के द्वितीय चरण में जिला एवं ब्लॉक मुख्यालय में महारैली के साथ अपनी आवाज को बुलंद करने व उक्त आदोंलन मे शत प्रतिशत उपस्थितिं के संबंध में जिला मुख्यालय मे बैठक आयोजित किया गया। जिला स्तर पर आंदोलन की तैयारियों का समीक्षा हेतु प्रांतीय टीम के सदस्य मनीष सिंह ठाकुर एवं सत्येंद्र देवांगन जिला मुख्यालय गरियाबंद प्रवास पर रहें। समीक्षा बैठक में जिला गरियाबंद के विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख एवं सदस्यगण ने भारी संख्या में उपस्थित होकर आगामी 29 जून 2022 को प्रांत व्यापी द्वितीय चरण के आदोंलन में महारैली में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर राज्य शासन को जगाने व मांगो को पूर्ण करने हेतु दबाव बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। आंदोलन को सफल बनाने व जिला संघठन को मजबूती प्रदान करने हेतु आयोजित समीक्षा बैठक में में प्रमुख रूप से संघटन के बी.के.तिवारी राजपत्रित अधिकारी संघ जिला अध्यक्ष गरियाबंद, बसंत त्रिवेदी महासचिव छ.ग.कर्म.अधि.फेडरेशन, मिश्रीलाल तारक उपसयोंजक छ.ग.कर्म.अधि.फेडरेशन, एन.के.वर्मा जिला अध्यक्ष छ.ग. शिक्षक संघ, लखन अध्यक्ष छ.ग.तृ.कर्म.संघ जिला गरियाबंद, सुदामा ठाकुर, बसंत मिश्रा, पन्ना लाल , लिपिक संघ जिला अध्यक्ष गरियाबंद, शिवेष शुक्ला संयुक्त शिक्षक संघ प्रदेश उपाध्यक्ष, यशवन्त कुमार साहू, ब्लॉक अध्यक्ष फिंगेश्वर, इंन्दु भुषण साहू, एस.के.बंजारे डिप्टी डायरेक्टर, डॉ.के एन सोरी, डी.के.पटौती, उमाशंकर साहू, के.एल. यादव, चन्द्रहास श्रीवास, केशोराम साहू, एल.पी.वर्मा, कमलेश चंद्राकर सहायक अभियंता, श्रीमती सरोजनी मिर्जे, बजारे मैडम जी महिला एवं बाल विकास , युगल किशोर साहू, कुबेर मेश्राम, लोकेश सोनवानी, सोमनाथ पराना, उमाशंकर साहू, अनूप कुमार महाडिक, शशि कांत निकेटकरी, टिकेश्वर नागेश, खिलेंद्र साहू, वाय के साहू के साथ साथ विभिन्न संघठनों के पदाधिकारी अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित थे।