धार्मिक स्थल जतमाई गढ़ अवैध कब्जा एवं गंदगी का गढ़ बनता जा रहा है

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रिपोर्ट- तेजराम निर्मलकर मड़ेली

गरियाबंद मड़ेली छुरा/ छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित जतमाई माता मंदिर मे रोजाना हजारों की संख्या में दर्शनार्थियों का आवागमन रहता हैं। इस बीच माता के मंदिर के सामने अनेक प्रकार के दुकानदारों की भीड़ वहीं कई खाली जमीन पर लोगों ने सेंध लगा दी है।अवैध कब्जा काम धड़ल्ले से चल रहा है। कब्जा करने लोग होटल व अन्य दुकान लगाएं बैठे हैं, यहां शायद ही कोई ऐसा जगह बचा है , जहां अतिक्रमण का मामला न मिले। शिकायतों के बाद भी इनके खिलाफ कोई

सटीक कार्रवाई नहीं हो पाती। सरकारी जमीन पर कब्जा करने की होड़ मची हुई है, काफी हद तक बढ़ गई है। इससे यहां भीड़ भाड़ तथा जाम की स्थिति रहती है, रोजाना इस मार्ग से हजारों की संख्या में लोग गुजरते हैं।जतमाई माता मंदिर समिति व वन अमला का ध्यान बिल्कुल भी नहीं जा रहा है। वन भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करवाने पर कोई संज्ञान लेते नजर नहीं आ रहे हैं। अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है ऐसा नहीं है,सब कुछ जानने के बाद भी अधिकारी लंबी तान कर सो रहे हैं। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो अवैध कब्जा रेल की पटरी की तरह बढ़ाता रहेगा। जिससे वहां की हरियाली खत्म होती जाएगी। जहां सुबह और शाम के समय पूजा के लिए भक्त जुटते हैं। यहां पर शाम को लोग मानसिक रूप से तरोताजा महसूस करते हैं। जहां जगह जगह जूठन पानी सहित सभी प्रकार के कचरा डालते हैं। गंदगी के अंबार दिख रहे हैं। मन्दिर के सामने चारों तरफ कचरे का ढेर लगने शुरू हो गए है, आस्था से जुड़े स्थल के चारों तरफ गंदगी का वातावरण बना हुआ है। इससे मंदिर आने-जाने वाले लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है। जिससे आने -जाने वाले लोगों को गंदगी के साथ असहनीय बदबू का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए वन विभाग, तथा मंदिर समिति के लोग भी जिम्मेदार है , सिर्फ मंदिर से आवक से ही मतलब रखते हैं। यहां अवैध कब्जा, और गंदगी हो रहा है उससे कोई मतलब नहीं।