प्रदेश के अनियमित कर्मचारी की 3 जून को चेतावनी सभा

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गोपाल प्रसाद साहू प्रांतीय संयोजक, अनिल कुमार देवांगन प्रांतीय समन्वय द्वय ने बताया कि छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय ,जिला,विकासखंड पदाधिकारियों एवं विभिन्न अनियमित संघों की बैठक 14 मई 2022 को रायपुर में आयोजित किया गया | बैठक में कांग्रेस सरकार वादा खिलाफी पर आक्रोश व्यक्त किया गया तथा 3 जून को चेतावनी सभा का आयोजन किया जावेगा जिसके माध्यम से कांग्रेस सरकार को समय-सीमा में प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने कार्यवाही करने चेताया जावेगा तथा सरकार द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करने पर 1 सितम्बर 2022 से पूर्ण कामबंदी के साथ अनिश्चित कालीन आन्दोलन किया जावेगा|


रवि गडपाले प्रांतीय अध्यक्ष एवं श्रीमती भगवती शर्मा तिवारी अध्यक्ष महिला विंग छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने कहा कि हम सरकार को चेतावनी देने जा रहे है क्योंकि कांग्रेस पार्टी का 10 दिन में नियमितीकरण का वादा जो साढ़े 3 साल में भी पूरा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का वादा 1 साल बाद नियमितीकरण करेंगे, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पिछले 3 साल में नियमितीकरण के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट पूरी नहीं हुई है। पिछले 3 साल में सरकार कर्मचारियों का डाटा इकट्ठा नहीं कर पाई है। पिछले तीन विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा नियमितीकरण की बात स्वीकार की गई लेकिन वादा आज भी अधूरा है। आउटसोर्सिंग बंद नहीं हुआ। कर्मचारियों को मिलने वाला वेतन वृद्धि रोक दिया गया है। घोषणा पत्र में छटनी नहीं करने का वादा था लेकिन कई विभागों से छटनियां कर दी गई है। 23 और 24 अप्रैल को अनियमित कर्मचारियों के आंदोलन को जिस अमानवीय तरीकों और बर्बरता पूर्वक समाप्त किया गया, ऐसी सरकार पर हमें धिक्कार है।
बैठक में प्रमुख रूप से संजय एडे, अशोक सिन्हा, संतोष देवांगन, अजित कोसरिया, तारक, जुनैद खान, अजय राय, राजेश गुप्ता, राहुल वर्मा, खेमू निषाद, व्यास साहू, मिर्जा शाहर, विनय यादव, राजेश ठाकुर, योगेश्वर कुमार रायपुर, इमरान खान रायगढ़, ओमप्रकाश कोरिया, अरुण वैष्णव राजनांदगांव, मदकम धीमा सुकमा, गोविन्द गंधाराला बीजापुर, जैराम वादे नारायणपुर, आशीष कुमार रात्रे जशपुर सहित 15 संघों के 35 पदाधिकारी उपस्थित रहे|
प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियों से अपील है कि आयोजित चेतावनी सभा में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर मुहीम नियमितीकरण में अपनी भूमिका प्रदर्शित करें तथा 1 सितम्बर से पूर्ण कामबंदी के साथ अनिश्चित कालीन आन्दोलन हेतु मानसिक एवं आर्थिक रूप अपने-आप को तैयार रखें|