छत्तीसगढ़ राज्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के बैनर तले आज दिनांक राज्य के समस्त दैनिक वेतन भोगी एकजूट होकर, कांग्रेस सरकार द्वारा जन घोषणा-पत्रा में नियमितिकरण किये जाने को सरकार के 03 वर्ष पूर्ण हो जाने के बाद भी पूरा नहीं करने पर सरकार को उनका वादा याद दिलाने हेतु जोरदार धरना प्रदर्शन एवं रैली का भव्य आयोजन किया गया। एक ओर सरकार जैसे ही चुनाव आता है लोक लुभावन वादें करते है जैसी की यहा की कांग्रेस सरकार के हाथ में गंगा जल लेकर यह वादा की थी
कि जैसे ही उनकी सरकार सत्ता में आयेगी 10 दिन के भीतर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का नियमितिकरण कर दिया जायेगा पर अब तो ना ही गंगा जल की कीमत रही और ना ही कांग्रेस सरकार द्वारा किये गये वादों की। सरकार ने अपने वादों को पूर्ण करने के लिये एक शासन स्तर पर एक एैसी समिति का गठन किया गया है जो कछुआ से भी धीमी गति से चल रही है समिति को बने लगभग 01 वर्ष से अधिक समय हो जाने पर भी एक भी निर्णय नही ले पायी है समिति केवल सरकार को गुमराह कर अपना समय व्यतीत कर ही है जिसका दुष्परिणाम दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भुगतना पड रहा हैं। संचालक कोष लेखा एवं पेंशन विभाग के ई कोष वेबसाईट में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के संबंध में ऑनलाईन ऑप्शन था जिसमेे पहले 145 की संख्या दर्ज थी जिसे कम करते हुये 05 कर दिया गया है, जब संघ द्वारा इस गलत आकंड़े का विरोध करते हुये, इसमें सही आंकड़े दर्ज करने कहा गया तो उसे ऑप्शन को ही खत्म कर दिया गया है जो कर्मचारी विरोध रवैया है संघ इसका भी विरोध आज के धरना प्रदर्शन में किया गया है। संघ के प्रातांध्यक्ष मिलाप चंद यादव ने बताया कि यदि दै.वे.भो. कर्मचारियों के मांग को सरकार जल्द पूर्ण नही करती है भविष्य में जोरदार प्रदर्शन, भूख हडताल और आमरण अनशन भी किया गया जायेगा। संघ के महामंत्राी निशांत दुबे ने कहा की राज्य सरकार जल्द से जल्द नियमितिकरण की घोषणा करें। आज के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में रायपुर से सूची नायडू, दीपक, तिलकराम, रेखराज मोनेश, बिलासपुर से मुकेश, आकाश, धमतरी से निशांत, भूपेन्द्र,कुलेश्वर, महासमुंद से स्वीटी चंद्राकर, रूपेन्द्र धुव, खेमराज साहू, गरियाबंद से तीरथ, सालिक राम, रोहित सिन्हा, मंुगेली से सुरेश चेचाम,कांकेर से पारितोष शील, कोण्डागांव से हेमंत यादव, नारायणपुर से प्रियंका शुक्ला, जॉजगीर-चाम्पा से गुरू प्रसाद साहू, बीजापुर से सुधाकर पाण्डेय, दंतेवाडा से कोषा मंडावी, सूरजपुर से चन्द्रशेखर मरकार, राजनांदगांव से मदन साहू, कबीरधारम से प्रमोद सोनी, समेत राज्य के भर लगभग 4000 से 5000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी उपस्थित रहें।