गरियाबंद – क्वारेटाइन अवधि से बाहर आने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन कांग्रेस पर जमकर गरजे। गत दिनो द्वारा कांग्रेस द्वारा किए गए आंदोलन को बेबुनियाद बताते हुए उन्होने आरोप लगाया कि क्षेत्र के विधायक की निष्क्रियता छुपाने के लिए कांग्रेस ने मेरे विरूध्द झूठा आरोप लगाकार प्रदर्शन किया। उन्होने कहा कि ढाई साल में नगर के विकास में विधायक का कोई योगदान नही रहा, इसके बाद भी मैं शासन स्तर पर लगातार प्रयास कर नगर के विकास के लिए समर्पित हॅू, जनता के बीच मेरी बढ़ती छबि से क्षुब्द होकर कांग्रेसियो ने विधायक के इशारे पर पालिका घेराव का झूठा प्रपंच किया। लेकिन मुझे खुशी है कि पूरे आंदोलन में स्थानीय लोग शामिल नही हुए और ना ही जनता कांग्रेस के झूठे प्रपंच में आई।नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन गुरूवार शाम पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होने कांग्रेस के द्वारा जिन सात बिन्दुओ को लेकर घेराव किया था उसे लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा कि कांग्रेस ने बिना होमवर्क के आंदोलन किया। जो मांगे शासन स्तर पर लंबित है, उसे लेकर ही घेराव कर दिया। उन्होने बताया कि नाली निर्माण और खुली नाली में ढक्कन लगाने के लिए शासन से राशि की मांग की गई है। नेशनल हाईव से भी सड़क हस्तातरण के लिए मांग की गई है। ये मांगे तो शासन स्तर की है, कांग्रेस का प्रदर्शन अपने सरकार के विरोध था। नपा अध्यक्ष ने बताया कि वाटर एटीएम शासन के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के फैलने के खतरे को देखते हुए बंद रखा गया था, इसके अलावा मटन मार्केट का विस्थापन डोगरीगांव पंचायत से चर्चा कर संभव है, इसके लिए प्रयास कर रहे है।बिना व्यवस्था के किसी भी गरीब को नही हटाया जाएगा नपा अध्यक्ष ने कहा कि बाजार से किसी भी व्यवसायी को बिना व्यवस्थापन व्यवस्था के नही हटाया जाएगा, राजस्व प्रशासन से बाजार के सीमांकन हेतु लिखा गया है, उसके बाद ही नियमानुसार अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही होगी। उन्होने बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री के गरीबो के लिए लागु महती पानी पसरी योजना के लिए अतिक्रमण हटाया गया, इसमें कांग्रेसियो ने झूठी राजनीति की। सिर्फ एक कांग्रेसी के अवैध कब्जे को बचाने कांग्रेसी नही चाहते कि मुख्यमंत्री की गरीबो के लिए बनाई ये योजना यहां लागु है। पूरा कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित था, लेकिन यह कार्यकम कांग्रेस अपने सरकार के विरूध्द साबित हुआ।
नगर विकास में विधायक भी भूमिका निभाएनगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि नगर के विकास के लिए करोडो़ के विकास कार्यो की मांग उन्होने मुख्यमंत्री से की है। मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री ने हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया है। लेकिन क्षेत्र के विधायक ही नगर का विकास नही चाहते है, विधानसभा के एक निकाय को तो उन्होने राशि दी लेकिन गरियाबंद नगर को नही दी। उल्टा आंदोलन कराकर विकास में रोड़ा डाल रहे है। उन्होने आरोप लगाया कि विधायक जी को मंत्रीमंडल में स्थान नही मिला इसके लिए भूपेश सरकार को बदनाम करने अपने ही शासन के विरूध्द कांग्रेसियो से प्रदर्शन कराया। नपा अध्यक्ष ने कहा कि विधायक जी को गरियाबदं की जनता ने भी वोट दिया है, उन्हे तो इन कांग्रेसियो के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर नगर के विकास के लिए लंबित मांगे और राशि को स्वीकृत कराने का प्रयास करना चाहिए।