CRPF सिविक एक्शन प्रोग्राम “चिकित्सा आपके द्वार”

0
334

गरियाबन्द से लगभग 60 किमी दूर अति दुर्गम, घने जंगल एवं पहाड़ से आच्छादित घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में 65 बटालियन की नवीन एफ ओ बी ( FOB ) ओढ़ स्थित डी/65 में विजय कुमार सिंह कमाण्डेन्ट 65 बटालियन के नेतृत्व में आज सिविक एक्शन प्रोग्राम तथा “चिकित्सा आपके द्वार” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस मौके पर अनुभव गौड, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, भूदेव धमानिया सहायक कमा, निरीक्षक जयपाल सिंह, निरीक्षक गगन बिहारी एवं बटालियन के जवानों के साथ साथ ओढ़, अमलोर, कुकरार,

आमामोरा तथा हथोराडीह के लगभग 75 ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें ज्यादा संख्या में महिलाएं, बच्चे एवं बुजुर्ग शामिल रहे। इस मौके पर उपस्थित ग्रामीणों को सोलर लालटेन, कम्बल, साड़ियां, मच्छरदानी, लूंगी, चप्पल, गमछा, अतिरिक्त खाद्य सामग्री एवं अन्य उपयोगी सामान का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को निःशुल्क दवाईया अपलब्ध कराई गई व महिलाओं एवं बच्चों की निःशुल्क चिकित्सा जाँच की गई जिसमें अधिकतर महिलाओं में एनीमिया, उच्च रक्तचाप, एवं चर्म रोग सम्बन्धी बीमारी एवं अधिकतर बच्चे कुपोषण के शिकार पाए गए, जो एक गंभीर विषय है, कैम्प में आये लोगों के चेहरे पर मुस्कान के साथ साथ संतोष और सी० आर० पी० एफ0 के प्रति आभार परिलक्षित हो रहा था, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का नवीन कैम्प स्थापित होने से दुर्गम क्षेत्र तक बिजली एवं सड़क निर्माण का कार्य परगति पर है जिससे आदिसमय से शहरी क्षेत्र से दूर रहने वाले ग्रामीणों के चेहर पर परिवर्तन की खुशी स्पष्ट दिख रही थी। इस अवसर पर विजय कुमार सिंह,कमाण्डेंट 65 वीं वाहिनी ने नक्सलियों द्वारा की जा रही गतिविधियों के संबंध में अवगत कराते हुए आस-पास के ग्रामीणों को भयमुक्त जीवन यापन करने हेतु प्रोत्साहित किया गया एवं साथ ही उन्होंने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए स्थानीय ग्रामीणों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। इसके अतिरिक्त वाहिनी कमाण्डेंट महोदय ने अवगत कराया कि ऐसे कार्यक्रम जहां एक ओर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल एवं स्थानीय जनता / ग्रामीणों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने में सहायक है, वहीं दूसरी ओर नक्सलियों द्वारा की जा रही गति विधियों को भी उजागर करने में भी कारगर है। सिविक एक्शन प्रोग्राम के आयोजन का मुख्य लक्ष्य स्थानीय जनता के साथ मिलकर क्षेत्र में हो रही नक्सली गतिविधियां समाप्त करने एवं अमन और कानून की स्थिति बनाए रखना है।