जिला मुख्यालय बालोद से 28 किमी दूर प्राथमिक शाला कापसी विकासखण्ड डौन्डी लोहारा में कोरोना के संक्रमण काल में शिक्षा को बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए राज्य शासन ने जहाँ एक ओर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। प्राथमिक शालाओ के जिन बच्चों के पालको के पास स्मार्ट फोन व इंटरनेट की अभाव में जो बच्चे छूट रहे थे उन्हें शिक्षण व्यवस्था से जोड़ने के लिए सभी बच्चों को उनके घरों के सामने चबूतरों पर उनकी बैठक व्यवस्था बनाकर व उनके संचालन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए वैकल्पिक माध्यमों का प्रयोग करते हुए। आज लाउड स्पीकर के माध्यम से बच्चों का अध्यापन किया गया। सभी बच्चों को उनके घरों के चबूतरों (चौरा) पर राज्य गीत
“अरपा पैरी के धार के ” के गायन उपरांत मोहल्ले और ग्राम रूपी इस कक्षा का प्रारंभ किया गया । शाला विकास समिति के अनुमोदन और सरपंच ग्राम पंचायत की सहायता से पूर्व में प्रदत्त माईक सेट के माध्यम से आज प्रभारी शिक्षक अमित कुमार सिन्हा ने कक्षा 5 वी हिंदी विषय के पाठ “मैं अमर शहीद शहीदों का चारण” एवम कक्षा 4थी हिंदी विषय के पाठ “”मेरी अभिलाषा का “” अध्यापन कराया गया। बच्चों ने सहयोगी शिक्षकों शांता राम अटल व नील कमल ठाकुर के सहयोग से कविता का सस्वर वाचन किया और उनके अर्थ उन्हें समझाए गए। बच्चों को अभ्यास कार्य भी दिए गए जिन्हें उनके पालको को जांचने के लिए कहा गया। बच्चों व शिक्षकों के लिए यह एक अलग अनुभव था रास्ते मे चल रही गाड़ियों व आने जाने वाले लोग भी अचंभित थे। परंतु शिक्षा व्यवस्था को पटरी में लाने के लिए यह अत्यंत आवश्यक था।इन कक्षाओं के संचालन पूर्व ही बच्चों को मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर 2गज की दूरी बनाई गई। शाला विकास समिति के सदस्यों ने 13मार्च 2020 से बंद स्कूलों के पुनः प्रारंभ पर संतोष जताया लगभग चार महीने से बच्चे घरों पर कार्य कर रहे थे परंतु शिक्षकों के मार्गदर्शन के अभाव में उनकी शिक्षा निश्चित दिशा की ओर नहीं बढ़ रही थी।
सरपंच ग्राम पंचायत कापसी का भी आभार प्रकट किया गया जिनके द्वारा पूर्व में ही लाउड स्पीकर की व्यवस्था सामूहिक राष्ट्र गान “जन गण मन ” के लिए दी गई जिसका उपयोग आज लाउड स्पीकर वाले मोहल्ला कक्षाओं के लिए किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि पूर्व में प्राथमिक शाला कापसी में डिजिटल कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।