मुंबई। फडणवीस सरकार-2 के पतन के बाद अब महाराष्ट्र में पहली बार शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के परिवार को सीएम पद मिलना तय है। मौजूदा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को नए सीएम पद की शपथ की तैयारी हो चुकी है। उनके पिता बाल ठाकरे ने 1995 से 1999 तक शिवसेना-भाजपा की पहली सरकार का रिमोट अपने हाथ में रखा था, लेकिन उन्होंने कोई पद ग्रहण नहीं किया था।
कांग्रेस-राकांपा को उप-मुख्यमंत्री पद : सूत्रों के अनुसार शिवसेना नीत गठबंधन सरकार में कांग्रेस के बाला साहेब थोरात व राकांपा के जयंत पाटिल को उप-मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है। अजीत पवार के इस्तीफे के बाद फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर विधानसभा में बहुमत परीक्षण के एक दिन पहले ही हार मान ली। फडणवीस ने कहा, भाजपा ने नतीजे आने के बाद पहले दिन से ही तय कर लिया था कि वह बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त नहीं करेगी। शिवसेना ने मुख्यमंत्री पाने में विफल रहने पर हताश होकर भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए अपना हिंदुत्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चरणों में समर्पित कर दिया है। अजीत पवार ने हमारा सहयोग करने का फैसला किया था। आज उन्होंने मुलाकात कर कहा कि वह कुछ कारणों से हमारे गठबंधन में नहीं रह सकेंगे और इस्तीफा दे रहे हैं। चूंकि उन्होंने इस्तीफा दे दिया, इसलिए हमारे पास अब बहुमत नहीं रहा। शनिवार सुबह 8 बजे जिस ढंग से फड़नवीस को मुख्यमंत्री व अजीत पवार को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, उससे पूरा मामला ही अविश्वासपूर्ण लग रहा था। सोमवार को दिनभर फडणवीस से कन्नी काटते और राकांपा के नेताओं से मुलाकातें करते रहे अजीत पवार ने मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री फड़नवीस से मुलाकात की। इसके बाद फडणवीस ने बताया कि अजीत पवार ने उन्हें बताया कि वह निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं। यह पूछने पर कि क्या अजीत पवार का भाजपा को समर्थन राकांपा प्रमुख शरद पवार की रणनीति थी? फडणवीस ने कहा कि शरद पवार ही इस पर टिप्पणी करेंगे। महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे में मंगलवार को नए मोड़ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा अजीत दादा ने इस्तीफा दे दिया है और वह हमारे साथ हैं। उद्धव ठाकरे पांच साल के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे।
पांच नहीं, 20-25 साल चलेगी सरकार : राकांपा
राकांपा नेता नवाब मलिक ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार पांच साल नहीं 20-25 साल तक चलेगी। उन्होंने फडणवीस के इस दावे को खारिज किया कि तीन पहियों की यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी।