मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का निधन, छत्तीसगढ़ में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया

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भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का 91 वर्ष की उम्र में रविवार सुबह 11:24 बजे निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। कैलाश जोशी के निधन से मध्य प्रदेश भाजपा में शोक की लहर छा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विभिन्न पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया । भोपाल में मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता यह खबर मिलने के बाद अस्पताल पहुंच गए। उनकी पार्थिव देह को भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और अन्य नेताओं ने पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित किए। यह बात सामने आ रही है कि सोमवार को देवास जिले के हाटपिपल्या में उनका अंतिम संस्कार होगा। छत्तीसगढ़ में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया। कैलाश जोशी मध्य प्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे, 26 जून 1977 से 17 जनवरी 1978 तक सीएम पद पर रहे। वे जनसंघ के समय संगठन को मध्य प्रदेश में मजबूत करने के लिए काम करते रहे। 1955 में कैलाश जोशी पहली बार हाटपीपल्या नगर पालिका अध्यक्ष रहे, इसके बाद 1962 से निरंतर देवास जिले के बागली से विधायक रहे। 1951 में वे भारतीय जनसंघ की स्थापना के सदस्य भी रहे। इमरजेंसी के दौरान करीब एक महीने तक वे भूमिगत रहे इस दौरान 28 जुलाई 1975 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद उन्हें 19 महीने तक नजरबंद रखा गया। सीएम बनने के बाद 1978 में स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। वे भोपाल से सांसद भी रहे और मध्य प्रदेश के मुद्दों को संसद में उठाया। कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री भी रहे हैं।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृदभाषी, सरल, सहज व्यक्तित्व के धनी कैलाश जी का निधन राजनीति क्षेत्र की एक अपूरणीय क्षति है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं हैं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कैलाश जोशी के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया। उन्होंने अपने लिखा कि मध्यप्रदेश की राजनीति को नई दिशा देने वाले, निर्धन और कमजोर की आवाज, विनम्र व मृदुभाषी राजनेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कैलाश जोशी के अवसान के साथ ही एक युग का अंत हो गया। उनके चरणों में कोटि- कोटि प्रणाम, विनम्र श्रद्धांजलि। अपनी मधुर वाणी से सहज ही लोगों का ह्रदय जीत लेने वाले प्रखर वक्ता, राजनीति के अजातशत्रु, आदरणीय स्व. कैलाश जोशी के अद्वितीय प्रशासकीय गुणों के सभी प्रशंसक थे। हम सब उनके सपनों के गौरवशाली, वैभवशाली और समर्थ मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज मध्यप्रदेश ने अपने एक अनमोल रत्न को खो दिया है। गरीबों, वंचितों के उत्थान और कल्याण के लिए अपना संपूर्ण जीवन होम कर देने वाले श्रद्धेय कैलाश जोशी जी सदैव मध्य प्रदेश की जनता के दिलों में रहेंगे। प्रदेश के लाल के चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं, ॐ शांति।

संयुक्त मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के निधन पर छत्तीसगढ़ में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कैलाश जोशी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करता हूं। ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश भाजपा के आधार स्तंभ, ईमानदार और सादगी की प्रतिमूर्ति पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कैलाश जोशी जी के निधन का दु:खद समाचार मिला। आदरणीय जोशी जी राजनीति के संत थे। विगत 4 दशक से मुझे उनका निरंतर सानिध्य मिलता रहा। आदरणीय कैलाश जोशी जी जुड़ी अनेक स्मृतियां मेरे जहन में है। लेकिन अब राजनीति में जोशी जैसे व्यक्तित्व वाला दूसरा कोई हो नहीं सकता। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। भाजपा को मजबूत करने के लिए कठोर परिश्रम किया। उनके निधन से भाजपा- संगठन ने एक आधारस्तंभ खो दिया है। इस दुख की घड़ी में समूचे जोशी परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के राजनितिक क्षितिज के वास्तविक रूप में ईमानदार मूल्यों के पोषक, आदर्शवादी चरित्र, सादगी के प्रतीक, राजनैतिक संत व त्याग की प्रतिमूर्ति पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी जी का असामयिक निधन एक युग का अंत। विन्रम नमन, ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें।