मंत्री मोहम्मद अकबर ने अनूसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव का लोकार्पण किया, गणमान्य नागरिकों को हरेली त्यौहार की बधाई एवं शुभकानाएं दी

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कवर्धा। मंत्री मोहम्मद अकबर ने गुरूवार को हरेली तिहार के अवसर पर कवर्धा के महराजपुर में आयोजित कार्यक्रम में 12 करोड़ 33 लाख रूपए की लागत से निर्मित दो अलग-अलग भवनों का लोकार्पण कर जिले वासियों को सौगात दी। लोकार्पण कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित 11 करोड़ 61 लाख रूपए की लागत से निर्मित अनूसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव और 72 लाख 44 हजार रूपए की लागत से निर्मित जिला पंजीयक कार्यलय शामिल हैं, मंत्री अकबर ने लोकार्पण कार्यक्रम से पहले नवनिर्मित कन्या शिक्षा परिसर का अवलोकन भी किया। मंत्री मोहम्मद अकबर ने अनूसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव का लोकार्पण करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित शैक्षणिक संस्थानों की विद्यार्थियों और गणमान्य नागरिकों को हरेली त्यौहार की बधाई एवं शुभकानाएं दी, उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार नई सरकार बनने के बाद शिक्षा,स्वास्थ्य और लोगों के जीवन उत्थान की दिशा में फैसले लिए गए है। उन्होने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिए गए निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में पहली बार डीएमएफ की राशि को शिक्षा,स्वास्थ्य और खदान प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में निवासरत लोगों के जीवन उत्थान के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। राज्य सरकार के इस फैसले के तहत जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र किए गए कार्यां का सकारात्मक परिणाम भी आने लगे हैं। उन्होने कहा डीएमएम की राशि से स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिले के वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले प्रदेश में कबीरधाम पहला जिला बना है।

मंत्री अकबर ने इसके लिए कलेक्टर अवनीश कुमार शरण को बधाई भी दी। मंत्री अकबर ने कहा कि किसी परिवार को बालक जब शिक्षा ग्रहण करता है तो सिर्फ बालक ही शिक्षित होती है, लेकिन जब परिवार का कोई बालिका शिक्षा ग्रहण करती है तो आने वाले समय में उनका पूरा परिवार शिक्षित होता है। उनहोने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार बालिका शिक्षा के क्षेत्र में भी अनेक निर्णय लिए है। मंत्री अकबर ने एक सशक्त राज्य और देश निर्माण की कहानी भी बच्चों को सुनाई। इस मौके पर पंडरिया विधायक ममता चन्द्राकर ने भी संबोधित करते हुए बच्चों और गणमान्य नागरिकों को हरेली पर्व की बधाई दी। उन्होने कहा कि प्रदेश में पहली बार राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति, परंपरा और किसानों के प्रमख हरेली त्यौहार पर सामान्य अवकाश दिया गया हैं। सामान्य अवकाश मिलने से राज्य के आने वाली पीढ़ियों, शैक्षणिक संस्थानों पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के पहली तिहार के बारे में जानने का अवसर मिल रहा हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार पूरे प्रदेश में पहली बार किसानों के प्रमुख त्यौहार में पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उन्होने यह भी कहा कि हरेली तिहार के दिन कबीरधाम जिले में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा,गरवा,घुरूवा और बाड़ी विकास योजना के तहत 32 गौठानों का लोकार्पण आज किया गया हैं। इस योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगी। किसानों आौर ग्रामीणां के जीवन में आने वाले समय में व्यापक बदलाव भी आएंगे।