रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर-व्ही.आई.पी. कॉलोनी मार्ग पर रेलवे ओव्हर ब्रिज का निर्माण अपने निर्धारित समय से 3 साल देरी से होने के कारण जहां इस ब्रिज की लागत में साढ़े 6 करोड़ रूपए अधिक खर्च हुए हैं। वहीं राजधानी वासियों को इस मार्ग से आवागमन के लिए 6 साल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। साल 2013 में स्वीकृत इस ब्रिज की लागत 61.30 करोड़ थी और इस ब्रिज को 18 जून 2016 को बन जाना था। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते यह ब्रिज अपने निर्धारित समय में नही बन सका जिसका खामियाजा सरकार के खजाने को उठाना पड़ा और इस ब्रिज के निर्माण की लागत 6 करोड़ 70 लाख रूपए बढ़कर 68 करोड़ रूपए हो गई साथ ही क्षेत्र की जनता को इतने दिनों तक इस मार्ग से आवागमन में बड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। वहीं भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राज्य में नई सरकार ने लंबे समय से लटके और अधूरे कार्यो को गंभीरता से लिया तथा उन्हें प्राथमिकता और तेजी से पूर्ण करने का जो बीड़ा उठाया है उसी के परिणाम स्वरूप 6 साल से लंबित इस ब्रिज को 6 माह के कार्यकाल में पूर्ण कराया जा सका। मुख्यमंत्री बघेल आज शाम 6 बजे इस ब्रिज का लोकार्पण कर शहरवासियों की इसकी सौगात देंगे। इस रेलवे ओव्हर ब्रिज के पूरा हो जाने से रेलवे क्रांसिग के दोनो ओर बसे खम्हारडीह, वी.आई.पी. कॉलोनी, शंकर नगर, अनुपम नगर, श्रीराम नगर, अशोका रतन और विधानसभा इलाके में आने-जाने वाली लगभग 2 लाख आबादी को लंबे समय से हो रही परेशानी से राहत मिलेगी।