कांग्रेस भवन में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनाया गया जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष मोहम्मद हफीज खान ने कहा कि 1934 में वे भारतीय कांग्रेस पार्टी के मुंबई अधिवेशन में अध्यक्ष चुने गए।नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने पर कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार उन्होने एक बार पुन 1939 में संभाला था।
भारत के स्वतंत्र होने के बाद संविधान लागू होने पर उन्होंने देश के पहले राष्ट्रपति का पदभार संभाला राष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने कभी भी अपने संवैधानिक अधिकारों में प्रधानमंत्री या कांग्रेस को दखल अंदाजी का मौका नहीं दिया और हमेशा स्वतंत्र रूप से कार्य करते रहे। हिंदू अधिनियम पारित करते समय उन्होंने काफी कड़ा रुख अपनाया था ।राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने कई बार ऐसे दृष्टांत छोड़ें । क्यों बाद में उनके परवर्तियों , के लिए उदाहरण बन जाए। भारतीय संविधान के लागू होने से एक दिन पहले25 जनवरी 1950 को, उनकी बहन भगवती देवी का निधन हो गया ।लेकिन वे भारतीय गणराज्य की स्थापना की रस्म के बाद ही दाह संस्कार में भाग लेने गए अवकाश ले लेने के बाद ही उन्होंने भारत सरकार द्वारा ,सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। कार्यक्रम ओम राठौर सेवा राम गुप्ता अवधराम यादव शहर अध्यक्ष प्रेम सोनवानी,मुकेश रामटेके भूपेन चंद्राकर बाबा सोनी घनश्याम रमेश मेश्राम ,चंद्रभूषण चौहान अमित मिरि,वीरेंद्र सेन नेपाल यादव भानु सिन्हा हरिश ठक्कर,असगर खान ,हरिश देवागन लक्ष्मण चक्रधारी, रमेश चक्रधारी।