नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के सभी सातों चरणों के मतदान खत्म होते ही विभिन्न टीवी चैनलों पर आए एक्जिट पोल में मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से देश में एनडीए की सरकार बनती दिखाई गई है। एग्जिट पोल्स के आने के बाद से ही कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों में हलचल मच गई है। इन सभी दलों ने एग्जिट पोल्स को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि 23 मई को नतीजे कुछ और होंगे। एग्जिट पोल्स को दिल्ली कांग्रेस ने सिरे से नकार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र कोचर का कहना है कि यह बहुत जल्दी है। नतीजे तो 23 को आएंगे, तब देखेंगे। कोचर ने गत 2004 के एग्जिट पोल का हवाला देते हुए कहा कि उस समय भी भाजपा इंडिया शाइनिंग कर रही थी, एग्जिट पोल भी भाजपा को जिता रही थी। लेकिन हुआ क्या? एग्जिट पोल को धता बताते हुए कांग्रेस ने सरकार बनाई। इस बार भी ऐसा ही होगा। टीवी चैनलों के एग्जिट पोल थोथा साबित होगा और कांग्रेस कहीं अधिक सीटें हासिल करेगी। उन्होंने कहा तीन दिन बाद परिणाम सामने आ जाएगा। अभी कुछ भी कहना जल्दी होगा। कांग्रेस इस एग्जिट पोल को सिरे से नकारती है। एग्जिट पोल पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि यह सिर्फ भ्रमित का करने वाला है। दिल्ली की सातों सीटें हम जीत रहे हैं। अनुमान हमेशा झूठे साबित होते हैं। ओपिनियन पोल में पैसे लेकर सीटें घटाई या बढ़ाई जाती हैं। पंजाब में 2014 में जब 0 सीट दी जा रही थी तब चौंकाने वाले रिजल्ट आए थे। पंजाब में सीटों का आकलन नहीं कर सकता। वहां मैं गया, हमारा वोट कम हुआ, मान लेता हूं। मगर क्या मुस्लिम का वोट भाजपा को मिला एग्जिट पोल मिठाई बांटने और ढोल पीटने के लिए ठीक है। उमर बोले- टीवी बंद करने का समय, सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। चुनाव का अंतिम चरण खत्म होते ही एग्जिट पोल आ गए हैं। इन सभी में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। लेकिन वह 23 मई का इंतजार करेंगे जब अंतिम परिणाम घोषित होंगे। ट्विटर पर उमर ने लिखा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। समय आ गया है जब टीवी बंद करूं, सोशल साइट से लॉगआउट करने के बाद इस बात का इंतजार करूं और देखूं कि क्या 23 मई को दुनिया बदल जाएगी। तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एग्जिट पोल को गॉसिप करार देते हुए कहा कि उन्हें जनादेश पर विश्वास है। ममता बनर्जी ने तंज कसते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि एग्जिट पोल के नतीजे किस तरह धाराशायी हुए हैं। देश के मतदाता समझदार है, वे अपने दिल की बात नहीं बताते हैं और इस वजह से आप किसी भी एग्जिट पोल के नतीजे पर भरोसा कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह पीएम का गेमप्लान है क्योंकि अधिकतर नेशनल मीडिया पर केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार का प्रभुत्व है। ममता ने दावा किया कि भाजपा हार रही है और कहा कि हमने विपक्ष के कई नेताओं के साथ बातचीत की है संगठित तौर पर हम सभी एकजुटए मजबूत हैं साथ ही इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि केंद्र में अगली सरकार भाजपा की नहीं बनेगी।एग्जिट पोल्स को लेकर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा है कि एक्जिट पोल वास्तविक परिणाम नहीं होते। हमें यह समझना चाहिए। 1999 से अधिकतर एक्जिट पोल गलत हुए। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा बोले किए एग्जिट पोल के आंकड़ों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन को अपना समर्थन दिया है। यह गाली देने और मिथ्या आरोप लगाने वाले विपक्ष पर जोरदार तमाचा है।मुझे विश्वास है कि एग्जिट पोल गलत साबित होंगे। आस्ट्रेलिया में पिछले सप्ताह हुए चुनाव में 56 एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे। भारत में मतदाता अपना वोट किसे दिया है यह बताने से डरता है। हमें 23 मई तक इंतजार करना चाहिए। भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि यह एग्जिट पोल हैं। यह रुझान मात्र हैं। हमें असली नतीजों का इंतजार करना चाहिए। अतीत में हमने एक्जिट पोल को गलत साबित होते देखा है।