गोरखपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। कहा कि मोदी और अमित शाह ने पूरे देश में माहौल बनाया कि मोदी-शाह की जोड़ी चुनाव जीताने वाली है लेकिन छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व राजस्थान समेत तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत ने उनके इस मंसूबे पर पानी फेर दिया। भाजपा सेमीफाइनल हारी है अब फाइनल भी हारेगी। मोदी पर हमलावर भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ जाते हैं तो साहू बन जाते हैं। महाराष्ट्र जाते हैं तो पिछड़े बन जाते हैं और अंबानी के यहां पहुंचते ही चौकीदार बन जाते हैं। उन्होंने जनता से चौकीदार चोर है, के साथ ही नया नारा लगवाया कि पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से। प्रधानमंत्री सेना के शौर्य के नाम पर वोट मांगते हैं और सेना के जवान कहते हैं कि हमारे नाम पर वोट मत मांगिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी के सीएम इसी जिले से आते हैं। लंबे समय तक सांसद रहने के बाद सीएम बने। मोदी के बाद दूसरे प्रचार मंत्री हैं योगी जी। इसके बाद उन्होंने योगी पर जमकर तीर चलाए। कहा कि छत्तीसगढ़ में योगी की अनेक सभाएं हुईं। मैं धन्यवाद देता हूं कि जहां-जहां योगी की सभा हुई वहां-वहां भाजपा हार गई। कर्नाटक गए तो भाजपा वहां भी साफ हो गई। छत्तीसगढ़ में आए तो 15 साल की भाजपा सरकार 15 सीटों पर सिमट गई। अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में गए, अब यहां से भी जाना तय है। उन्होंने कहा कि योगी सबसे बड़े प्रदेश के सीएम हैं, लेकिन यूपी में कम और अन्य प्रदेशों के दौरे पर अधिक रहते हैं। वह पुलवामा हमले की चर्चा तो करते हैं लेकिन गोरखपुर में आक्सीजन के अभाव में हुई बच्चों की मौत की चर्चा नहीं करते हैं। सदर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मधुसूदन तिवारी के नामांकन में शामिल होने आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोरखपुर क्लब में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब गुजरात माडल की चर्चा नहीं करते। चाय वाला बने लेकिन उनकी केतली की चाय किसी ने नहीं पी। बनारस आए तो कहे कि गंगा मां ने बुलाया है पर आज तक गंगा की सफाई नहीं हुई। गोवा गए तो फकीर बन गए। अब वह नोटबंदी की चर्चा भी नहीं करते। कहा कि ऐसा फकीर नहीं देखा जो 10 लाख का सूट पहनता हो। विदेश यात्रा के नाम दो हजार करोड़ रुपये फूंक दिए। जनता को झाड़ू पकड़ाकर अपने दुनिया घूमने निकल लिए। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल अपने पांच वर्षों में किए गए कार्यों के आधार पर चुनाव लड़ता है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में किए गए वादों पर कोई चर्चा नहीं की, आगे क्या करेंगे इसकी भी चर्चा नहीं करते। प्रधानमंत्री की चौकीदारी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सवाल तो नोटबंदी पर भी है। भारतीय रिजर्व बैंक में कितना धन जमा हुआ आंकड़ा बताएं। कालेधन का क्या हुआ। सवाल तो पुलवामा पर भी है। उस इलाके में जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता वहां इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक पहुंचा कैसे। 42 जवान शहीद हुए और प्रधानमंत्री ने जांच की घोषणा नहीं की। ढाई घंटे तक फोटोशूट कराते रहे, इस पर आपका इस्तीफा क्यों नहीं हुआ। गन्ना, धान व गेहूं किसानों की स्थिति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि स्वामीनाथन की रिपोर्ट को क्यों नहीं लागू किया गया। प्रधानमंत्री के न खाऊंगा न खाने दूंगा के बयान पर उन्होंने कहा कि विजय माल्या, नीरव मोदी व ललित मोदी देश का हजारों करोड़ रुपये लेकर भाग जाते हैं और आप क्या करते रहे। उन्होंने राफेल व जीएसटी को लेकर भी सवाल किए। इसके बाद चौकीदार चोर है का नारा भी लगवाया। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सचिन नाईक ने कहा कि कांग्रेस ने देश के लिए बहुत कुछ किया है। पार्टी संवैधानिक मूल्यों का पालन करती है। सत्ता का विकेंद्रीकरण भी कांग्रेस की देन है। प्रत्याशी मधुसूदन तिवारी ने कहा कि जनता का सेवक हूं। 1980 से जनता की सेवा कर रहा हूं। न्याय के लिए लड़ता रहा हूं। बाहरी प्रत्याशी के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा कि यहा जनता को तय करना है कि वह बाहरी को चुनती है कि घर के बेटे को।