कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना खत्म होने के साथ दिल्ली के लोकसभा चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय होने जा रहा है। ऐसे में अभी तक अपने चुनाव प्रचार अभियान में सीधे भाजपा को निशाने पर ले रही आप अब कांग्रेस को भी कटघरे में खड़ा करेगी। इसके तहत दिल्ली में कांग्रेस सरकार के 15 साल बनाम आप सरकार के 4 साल की तुलना से जुड़ा अभियान चलाया जाएगा। वहीं, पूर्ण राज्य के मसले पर भी कांग्रेस की पहले की सरकारों पर आप हमलावर रहेगी। गुरुवार को एक बार फिर इसका नजारा भी पार्टी दफ्तर में देखा गया। आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने बातचीत की शुरूआत से ही गठबंधन के दरवाजे बंद कर रखे थे। पूरी कांग्रेस ने अपने एक प्रदेश अध्यक्ष के सामने नतमस्तक हो गई है। जबकि कांग्रेस के भीतर भी कुछ लोग भाजपा को शिकस्त देने के लिए गठबंधन की पैरोकारी कर रहे थे। कांग्रेस इस वक्त देश के बारे में, अपनी पार्टी के बारे में सोच रही है। दिल्ली का वोटर इसका जवाब देगा। उधर, त्रिकोणीय मुकाबला होने से पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि भाजपा विरोधी वोटों का बंटवारा होने से रोका जाए। इसके लिए अलग से रणनीति बनानी होगी। वोटर के बीच यह संदेश देना अब जरूरी हो गया है कि दिल्ली में सीधी लड़ाई आप व भाजपा के बीच है। कांग्रेस इस टक्कर में नहीं है। इस दौरान दिल्लीवालों को बताया जाएगा कि भाजपा ही नहीं, कांग्रेस ने भी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वायदा करके दिल्लीवालों से मुकरी है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार के चार साल के कामों की तुलना कांग्रेस सरकार के पिछले 15 सालों से की जाएगी। तुलना के दौरान ज्यादा जोर सस्ती बिजली व फ्री पानी के साथ शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कामों को भी साथ रखा जाएगा। प्रदेश संयोजक गोपाल राय का इस बारे में कहना है कि आप का प्रचार अभियान भाजपा व कांग्रेस से काफी आगे है। उम्मीदवार घोषित करने के साथ आप ने पहले फेज का चुनावी अभियान भी पूरा कर लिया है। पहले फेज में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत दूसरे पार्टी नेता 100 से ज्यादा चुनावी सभाएं कर चुके हैं। दूसरे चरण में मेगा जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। नामांकन के बाद पार्टी के तीसरे चरण के प्रचार अभियान में फिर से चुनावी सभाएं होंगी।