गरियाबंद। गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति एवं छत्तीसगढ़ गोंडवाना संघ की बीते शुक्रवार मजरकटा आदिवासी सामुदायिक भवन में विशेष बैठक आयोजित हुई। बैठक की शुरुआत बड़ादेव का दीप प्रज्वलित से हुई। गरियाबंद की कार्यकारिणी का चयन किया गया। बैठक में देवभोग, मैनपुर, गरियाबंद, छुरा, फिंगेश्वर, जिला-धमतरी औरजिला-नुआपाड़ा (उड़ीसा) से स्वजातीय बंधुओ ने हिस्सा लिया।
बैठक में पूरनमल नेताम को संरक्षक, युवराज नागेश को संयोजक, शंकर छैदेहा को अध्यक्ष, भालेसिंह मांझी ओटी, कमलेश मांझी नेताम, गोविंद ध्रुव, तुमलेश नेताम और डुलेश्वरी कुंजाम को उपाध्यक्ष, मनोज मरकाम को सचिव, हीरासिंह ओटी, गिरिस मरई, शिवा मरई, खिलेश्वर मरई को सहसचिव, उमाशंकर नेताम कोषाध्यक्ष, बंसल मरकाम, हेमंत सोमवंशी, टुकेश नेताम और रुदेश छैदेहा को प्रवक्तता, समुंदर मांझी मरई, कृष्ण कुमार सोम ओटी, त्रिलोक नेताम और चम्मन नेताम को मीडिया प्रभारी, दिनेश सोमवंशी, भूपेंद्र कुमार नेताम, डिलेश्वर पोर्ले, धरमचंद छैदेहा, भोजलाल मरकाम को ब्लॉक प्रभारी, बलीराम नेताम को ब्लॉक सहप्रभारी, तेजराम मांझी, दिनेश मंडावी, भारती नेताम, अरविंद नेताम, अरुण कुमार नेताम, टिकेश्वर मंडावी, भूपेंद्र नेताम एवं धनुरजय मरई को सलाहकार पद पर मनोनीत किया गया है। नवीन पदाधिकारियों ने अपने इष्टदेव, बड़ादेव पंचतत्व को साक्षी मानकर अपनी संस्कृति, रीति-रिवाज, नेंग-दस्तूर, रूड़ी-प्रथा, गोत्र व्यवस्था, वंशावली, टोटम, पेन पुरखा शक्ति, पेन ठाना, को संजोकर, उसके संरक्षण और समाज के उत्थान के लिए शपथ ग्रहण किया। नवीन पदाधिकारियों का चावल से टीका लगाकर स्वागत किया गया।