मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारा प्रयास है कि नीति ऐसी बने जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिले

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रायपुर। सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की नीति पर हमारी सरकार चल रही है, ताकि सभी क्षेत्रों का संतुलन बराबर बना रहे। जो भी कार्यक्रम या नीतियां बने उससे 99 प्रतिशत लोगों का भला हो और वह नियम व कानून से चले तभी समाज और व्यापार आगे बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ का विकास होगा। अभा अग्रवाल सम्मेलन प्रदेश इकाई व अग्रवाल सभा रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को अग्रसेन धाम में आयोजित मुख्यमंत्री सम्मान समारोह में पूरे प्रदेश से अग्रबंधु जुटे हुए थे। उनकी इस उपस्थिति का स्वंय अभिवादन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि समूचे प्रदेश के सर्वांगीण विकास के संतुलन बेहद जरूरी है। कृषि और उद्योग व्यापार का साथ चलना जरूरी है। यहां लोहा, कोयला और अन्य खनिज संसाधनों की बहुतायत है, सरगुजा से लेकर बस्तर तक बहुत सी चीजों की उपलब्धता है इसलिए हमारा प्रयास है कि उद्योग नीति ऐसी बने जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिले और आपका व्यापार भी बढ़े। वनांचल क्षेत्रों से जुड़े लघु वनोपजों से वनवासी भाईयों को चार पैसा ज्यादा मिले, इस दिशा में भी विचार विमर्श बहुत जरूरी है। तभी प्रदेश विकसित हो सकेगा। जीएसटी, नोटबंदी जैसे जटिल नियमों से यहां के लोगों की जेबें खाली हो गई थी जिसे हमारी सरकार ने भरा और आपके लिए ग्राहक पैदा किया है। अग्रवाल समाज के सेवाभावी कार्यों की प्रशंसा करते हुए श्री बघेल ने कहा कि आज जिस आत्मीयता से उन्होंने स्वागत किया है वे अभिभूत है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से मिलते जुलते रहना चाहिए और यह छत्तीसगढ़ राज्य के हित में भी होगा। सम्मान समारोह में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया, कांग्रेस विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, महापौर प्रमोद दुबे भी उपस्थित थे। इससे पूर्व कार्यक्रम प्रभारी मनमोहन अग्रवाल ने सम्मान समारोह आयोजन की रूपरेखा को उल्लेखित करते हुए काफी अरसे बाद अग्रवाल समाज के सदस्यों की पूरे प्रदेश से भारी संख्या में उपस्थिति का अभिनंदन किया। प्रदेश इकाई अग्रवाल सम्मेलन के अध्यक्ष हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की नरवा घुरवा बारी और गोठान योजना को छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़ा हुआ बताते समाज की ओर से पहल करते हुए कहा कि सरकार जो भी सहयोग चाहे अग्रवाल समाज करने तैयार है।