जिला- गरियाबंद ब्लॉक फिंगेस्वर ग्राम पंचायत सिंधौरी रेत खदानों को बंद कर दिया है। वही रेत माफिया द्वारा ग्रामीणों को डराना धमकाना एवं रोड में रोककर गाली गलौज , घेराबंदी कर मारपीट करने के लिए पहुंच जाते हैं ग्रामीणों का कहना है कि घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल ग्राम पंचायत सिंधौरी से कई ग्रामीण राजिम में कमाने खाने के लिए जाते हैं । राजिम में रेत माफियाओं द्वारा रुका कर घेराबंदी किया जाता है। वही पहले गाली गलौज दिया जाता है। उसके बाद हाथापाई करने के लिए तैयार हो जाते हैं ग्रामीणों पहुंचे कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक के पास अपनी शिकायत लेकर की रेत माफिया द्वारा जान से मारने की धमकी मारपीट करने किया जा रहा है इतना ही नहीं हम अपने बच्चों को या अपने पति को घर से बाहर जाने हैं से डर लगा रहता है देखिए रेत माफिया द्वारा किस प्रकार से दहशत का माहौल बना कर रखा गया है।
रेत खनन बंद होने के बाद भी बुलंद हौसले बरकरार है किसके झत्रछाया में गरियाबंद जिला के अंतर्गत सभी रेत खदानों में अवैध तरीके से रेत खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। रेत माफियाओं के पास दो अनोखा मजबूत हथियार है STSC अगर आपके पास मजबूत हथियार होगा तो आप दबंगई, मजबूत इरादा आपने आप आ जाता है । और दुसरी ओर अवैध रूप से कमाया हुआ धन की गर्मी साफ तौर पे देख सकते है। बुलंद हौसले खनिज अधिकारी से मील जाता है। खनिज विभाग में केवल फोन करो की यहां पर अवैध खनन चल रहा है तुरंत खनिज अधिकारी रेत माफियाओं को फोन करके सूचना देते है कि इस व्यक्ति द्वारा शिकायत किया गया है। माफिया द्वारा 15 अक्टूबर तक के लिए रेत खनन बंद होने का आदेश दिया गया तो वही कई जिले में सभी एसडीएम से कहा गया है कि वे लगातार रेत घाटों की निगरानी करें। अफसरों से यह भी कहा गया है कि कुछ दिनों के अंतराल में रेत घाटों का वीडियो बनाया जाए। इससे यह भी पता चल सकेगा कि कहीं अवैध खनन तो नहीं हो रहा है। साथ ही मुख्य मार्गों पर टीम लगाकर गाड़ियों में पिटपास की भी जांच की जा रही है। इन सबके बावजूद आम उपभोक्ताओं के हाथों से रेत फिसलती नजर आ रही है। 5000से6000 हाइवा मिल रही थी अब तिगुना कमाई कर रहे है रेत माफिया 20000 से 25000 सूत्रों के अनुसार रेत चल रहा है। रेत की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही आसानी से रेत भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। गरियाबंद जिले में भी होना चाहिए दूसरे जिले की तरह
गरियाबंद जिला अधिकारी फागुलाल नागेश कई वर्षों से गरियाबंद जिला में पदस्थ हैं जिसके चलते रेत माफियाओं के दोस्त बन गए हैं इसलिए रेत माफियाओं का हौसला बुलंद हैं।