ग्राम पंचायत रावनडिग्गी में सुचना दे कर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। धरोहर संदेश के माध्यम से सचाई को प्रकाशन कर /दिखाया गया है। व्हाट्सएप के माध्यम से ग्राम पंचायत रावनडिग्गी सरपंच सचिव द्वारा सुचना तामिल किया गया है। समाचार चलाने पर मीडिया को सरपंच सचिव के द्वारा ग्राम पंचायत रावनडिग्गी में बुलाया जाता है।
ग्राम पंचायत रावनडिग्गी पहले भी मीडिया वालो के उपर शिकायत किया गया था। सरपंच सचिव के द्वारा धमकाना कोई बडी बात नहीं है। अब मीडिया केवल सच नही दिखा सकती । समाचार को दिखाने के लिए सरपंच सचिव के पास जाओ की आप अपनी पक्ष रखिए फिर भी पत्रकार के लिए चुनौती बन गया है। सरपंच सचिव के द्वारा कई बार झूठा आरोप लगाया जाता है। कि मीडिया पैसे का डिमांड करते है। इस पर से झूठा आरोप लगाया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है। कि इतना ही नहीं एट्रोसिटी एक्ट में फसाया एवं धमकाया जाता है। मामला पंचायत की होती है। परंतु राजनीति आ जाता है। यह बात समझ नहीं आता कि मामला पंचायत का है। तो उसी प्रकार से होनी चाहिए। लेकिन मुद्दा फिर कुछ और दिशा में भटका दिया जाता है। मीडिया पर हावी होती जा रहीं हैं। सचाईं को दिखाने बड़ी चुनौती है। सच हमेशा कड़वा होता है। अब केवल वही दिखाओ जो वह बोल और देखना सुनना पसंद करते हैं। केवल उनकी बातो को दिखाओ यह रह गए। मीडिया अब सच छोड़ दे यही हाल हो गया है। सच को दिखाना बड़ी दिक्कत होती जा रहा हैं। अब पत्रकार समाचार को दिखाए उसकी स्पष्टीकरण पत्रकार दे सरपंच सचिव समाचार की जानकारी नहीं दे सकते। जनपद पंचायत सीईओ समाचार संज्ञान लेकर जांच किया जाय। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत रावनडिग्गी सरपंच फोन पर भी धमकाया गया। अगर सरपंच सचिव को मान सम्मान में अगर ठेस पहुंचा है तो न्यायालय गरियाबंद के शरण ले सकते हैं।