भारतीय जनता पार्टी गरियाबन्द के पूर्व जिला महामंत्री एवं सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मुरलीधर सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के काँग्रेस नेतृत्व भूपेश सरकार ढाई साल में असफल हुई है, जनता से किये वायदे जन घोषणा पत्र पर झूठे साबित हुई है, जनता निराश और हताश है । अपने आपको छला महसूस कर रही है जबकि भाजपा रमन सरकार के 15 साल में हुए विकास कार्यों को सराहना करते नहीं थक रहे हैं । गरियाबन्द जिला के भाजपा दिग्गज नेता श्री सिन्हा ने कहा कि विरोधियों को चुनौती है कि यदि जनोन्मुखी विकास कार्य नहीं होते तो 15 साल लगातार कैसी सरकार बनती । चहुमुखी विकास से जनता के चेहरे खिले हुये थे ।आज झुठेश सरकार के ढाई साल में जनता की चेहरे से चमक गायब हो गई है, और ऊब चुकी है । जब छत्तीसगढ़ राज्य अलग हुआ था तो बिजली की हालत क्या थी जगजाहिर है, किसानों के विद्युत पम्प कनेक्शन मात्र 40 हजार था । काँग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 50 साल कुशासन में एक जिले को साल के बजट में 50 विद्युत पम्प कनेक्शन का लक्ष्य होता था, वो भी पूरा नहीं हो पाता था, जबकि भाजपा की डॉ. रमनसिंह सरकार के 15 साल में निर्बाध बिना पॉवर कट बिजली मिली है । 15 साल में किसानों के विद्युत पम्प कनेक्शन 4 लाख 50 हजार से अधिक कनेक्शन दिया गया । किसानों के विद्युत पम्प कनेक्शन आवेदनों में 15 दिन के अन्दर निराकरण करके कनेक्शन लगा दिया जाता था, आज झुठेश सरकार में किसानों के विद्युत पम्प कनेक्शन 2 साल से लटका और अटका पड़ा है । श्री सिन्हा ने कहा कि रमन सरकार में धान खरीदी और भुगतान की बेहतर व्यवस्था रही है, भुगतान समय पर हो जाते थे, बरदाना के लिये भटकना नहीं पड़ता था आज किसानों ने अपना धान स्वयं के बारदाना में बेचे हैं जिसका भुगतान नहीं हुआ है, पूरी खरीदी व्यवस्था चरमरा गई है । परिवहन की व्यवस्था ठीक नहीं होने से लाखों मैट्रिक टन धान अव्यवस्था के चलते सड़ गया जो मेहनतकश किसानों का इस झुठेश सरकार को कोपभाजन बनना पड़ रहा है । यह अन्नमाता का घोर अपमान है इसका श्राप ये झुठेश सरकार को लगेगी ? श्री सिन्हा के अनुसार किसानों को डॉ. रमनसिंह सरकार ने खाद, बीज और दवाई की बेहतर व्यवस्था रही है, किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज में ऋण देने वाली भारत देश की पहली सरकार रही है । 15 साल में छत्तीसगढ़ की गरीबी दूर हो गयी दोनों समय चूल्हा घर में जला है, भरपेट भोजन की व्यवस्था हुई, एक रूपये में चाँवल, 5 रू. किलो प्रोटीनयुक्त चना और निःशुल्क 2 किलो आयोडीन नमक से गरीबी और लाचारी खत्म हुई थी, 15 साल के भाजपा सरकार की कल्याणकारी को बखान करूँगा तो दो दिन में समाप्त नहीं होगी । जनता स्वाद के चक्कर टेस्ट बदलकर सरकार बदल दी जो अब पछतावा हो रहा है, इस झुठेश काँग्रेस सरकार को जनता बदलने के लिए बेताब है । राज्य सरकार की दिल्ली में डांवाडोल हो रहा है, नूराकुश्ती का खेल चल रहा है, खुर्शी दौड़ में लगे हैं ? यह सरकार अपने ही आपसी लड़ाई में लगी है जनता पीस रही है, यूँ कहे कि ढाई साल की भूपेश सरकार से जनता ऊब चुकी है ।