राजनांदगांव। राजनांदगांव एवं कबीरधाम जिले के फील्ड अधिकारियों के लिए जिला पंचायत राजनांदगांव में आयोजित समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के निदेशक (वितरण) एचआर नरवरे ने बकाया राशि वसुली एवं विभागीय कार्यो के प्रगति पर लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में उन्होंने वितरण केन्द्रवार विभागीय कार्यों की प्रगति पर विस्तृत जानकारी लेते हुए निम्नदाब लाईनों पर सतत् निगरानी रखने एवं वितरण उपकरणों में आने वाली खराबी को यथासंभव सुधार करने पर जोर दिया। निदेशक (वितरण) ने राजनांदगांव एवं कबीरधाम जिले के सभी विभागीय संभाग यथा राजनांदगांव, खैरागढ़, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, कवर्धा एवं पंडरिया में स्पॉट बिलिंग में आ रही शिकायतों पर त्वरित सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश प्रसारित किये। उन्होने दोनों जिलों के सभी 54 वितरण केन्द्रों से संबधित 33/11 केव्ही लाइनों के तकनीकी व्यवधानों पर चर्चा करते हुए निदान के उपाय सुझाए। नरवरे ने सतत् विद्युत व्यवस्था बनायें रखने के लिए सभी मैदानी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निम्नदाब एवं उच्चदाब के अस्थाई कनेक्शनों पर नियत अवधि में बिल जारी किये जाए तथा ऐसे कनेक्शनों को स्थायी करने हेतु शीघ्र कार्यवाही हो। स्पॉट बिलिंग के लिए अनुबंधित एजेंसियों द्वारा संचालित कार्यो का मुल्याकंन प्रति माह सुनिश्चित किये जाए। विभिन्न योजनाओं के तहत स्थापित किये जा रहे विद्युत उपकरणों एवं लाइनों की गुणावत्ता कंपनी द्वारा तय किये गये मापदंड के अनुसार हो। विद्युत विस्तार के कार्यो के गुणवत्ता का आंकलन संबधित मैदानी अधिकारियों द्वारा संपादित किये जाए। उन्होंने स्पॉट बीलिंग, मीटर रीडिंग, सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण, एकीकृत ऊर्जा विकास योजना, सब-ट्रांसमिशन योजना, एनीकट पंप ऊर्जीकरण, ट्रांसफार्मर एवं सबस्टेशन मेंटेनेंश, एचटी एवं एलटी कनेक्शन, नलजल योजना, बकाया राजस्व राशि वसूली आदि के कार्यों की समीक्षा की। निदेशक ने अधिकारियों को उनके अच्छे कार्यों के लिए बधाई देते हुए प्रोत्साहित भी किया। इस बैठक को संबोधित करते हुए राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक संजय पटेल ने कहा कि सभी मैदानी अधिकारी टीम भावना से कार्य करें, निर्धारित लक्ष्य एवं कंपनी के दायित्वों को पहली प्राथमिकता दें। सभी विभागीय संभागों के अन्तर्गत विद्यमान उपकरणों को सतत् निगरानी में रखे जाए तथा विफल होने की स्थिति में इन्हे बदलने के लिए त्वरित कार्यवाही हो। ताकि उपभोक्ताओं को अनावश्यक परेशानियों का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी से संबधित प्रकरणों पर यथासंभव कार्यवाही करें। वितरण केन्द्रवार सभी कनेक्शनों के अनुबंधित भार के अनुरूप खपत की जानकारी, पूर्व में जारी किये गये विद्युत देयकों का विवरण समेत वर्तमान मीटर वाचन से संबधित कार्यो का निरीक्षण प्रति माह किया जाए। इस बैठक में वितरण कंपनी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता टीके मेश्राम, अधीक्षण अभियंता अविनाश सोनेकर, आरएन याहके, मंगल तिर्की, कार्यपालन अभियंता व्हीआरके मुर्ति, एनके सक्सेना, एस. कंवर, रंजीत घोष, वीके महालया, नागेश्वर त्रिपाठी, ए. उमरे, एसआर गुर्जर, डीपी बरूवा, सीएम कुमार, एचके गुप्ता सहित सभी जोन कार्यालयों, उपसंभागों के सहायक अभियंता एवं सभी वितरण केन्द्रों के कनिश्ठ अभियंता उपस्थित हुए।