छत्तीसगढ़ कांकेर/ पखांजूर हिन्दस्वराज। कांकेर जिले के पखांजूर क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे परलकोट क्षेत्र में लगभग 52 पंचायतों में वनाधिकार समिति एवं अदिवासी भाईयों के द्वारा जो जी.पी.एस. मशिन से सीमा चिन्हांकित किया जा रहा है , जिसका हम समर्थन करते है , परन्तु कुछ शर्तों के साथ । परलकोट के गैर अदिवासी सामान्य जाति के लोंगो के द्वारा लगभग 40 से 45 वर्षों से काबिज भूमि जिस पर अश्रीत हैं जो कि वनाधिकार अधिनियम 2006 – 2007 के नियमानुसार गैर अदिवासीयों को वनभूमि पट्टा से वंचित होना पड़ा जिसके कारण गैर अदिवासी वर्ग के लोगों का जमीन सूरक्षित नहीं हो पाया । इस परिस्थिती में परलकोट क्षेत्र के गैर अदिवासी सामान्य वर्ग के द्वारा काबिज भूमियों को अपने रूड़ी क्षेत्र से अलग कर जी.पी.एस . मानचित्र तैयार किया जायें। व गैर अदिवासीयों सामान्य जाति के लोगों की कब्जाकृत भूमियों की सूरक्षा हेतु उचित व्यावस्थापन किया जायें
परलकोट की परिस्थीतियों के आधार पर दोनों वर्गो अदिवासी / गैर अदिवासी, सामान्य में शांति बनाए रखने के लिए उपरोक्त बिन्दुओं का अवलोकन कर उचित कार्यवाही करने की मांग की। इस मांग को लेकर अल्पसंख्या लोगों के साथ परलकोट किसान संघ के सदस्यगण किसान संघ के मुख्य संचालक पवित्र घोष ने पेशा कानून के समर्थन के साथ कुछ नियमो मे बदलाव के समर्थन किया जिसमे लगभग 55 पंचायतो के लोगों ने हस्ताक्षर कर 73 पृष्ट के ज्ञापन को देते हुए किसान संघ के अध्यक्ष पतीरम मण्डल संघ के अध्यक्ष पतीराम मण्डल मुख्य संचालक पवित्र घोष सचिव विश्वजीत देवनाथ मीडिया प्रभारी केनाराम मण्डल वरिष्ट कर्ता बुद्ददेव सरकार रंजीत मण्डल रधाकन्त प्रशन्जित पीव्ही 75 निरंजन व्यापारी श्रीधाम मण्डल मृदुल बढ़ाई शुकदेव पीव्ही 85 हर्षित दास पीव्ही 93 अषित पीव्ही 128 सुखरंजन पीव्ही 45 बाबूराम पीव्ही 90 अनिल पीव्ही 94 रमेश बाला पीव्ही 73 धीरेन पीव्ही 87 अनुकूल पीव्ही 97 व किसान संघ के सदस्य उपस्थित रहे।