जिले के किसान खुशी-खुशी खेती-किसानी में जुटे
जिले में खाद-बीज पर्याप्त भंडारण
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत किसानों को बोनस के पहली किस्त में मिली राशि मददगार साबित हो रहा है। लॉकडाउन और कोरोना संकट के इस परिस्थिति में सरकार की यह योजना किसानों के लिए राहत लेकर आया है। इससे किसान खरीफ की तैयारी में खुशी-खुशी में जुट गए हैं। बोनस के रूप में मिली राशि किसानों के उत्साह में इजाफा कर दिया है। जिले के ग्राम चिखली के किसान निर्मल देवांगन ने बताया कि बोनस की पहली किस्त आठ हजार रूपये मिलने से खरीफ सीजन में हम आसानी से खेती किसानी का कार्य पूरा कर पायेंगे। ऐसे समय में जब लॉकडाउन है तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार का किया गया वादा हमारे लिए सहारा बन गया है। उन्होंने बताया कि वे हर साल खाद और बीज आदिम जाति सहकारी समिति के माध्यम से क्रय करते है। उन्हें सरकार द्वारा कृषि ऋण की पात्रता भी है। देवांगन ने कहा है कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 हजार रूपये का खाद और बीज का उठाव करेंगे। बोनस में मिली राशि का उपयोग जोताई,रोपा और मजदूरी भुगतान में करेंगे। उन्होंने कहा कि बोनस के रूप में आठ हजार रूपये मिलने के कारण इस वर्ष समिति से कृषि ऋण कम लूंगा।
इसी तरह ग्राम तावंरबाहरा के 10 एकड़ में खेती करने वाले किसान डायमंड साहू ने भी संकट की इस घड़ी में खातों में पैसे आ जाने को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्हें बोनस की पहली किस्त मिलने से राहत मिली है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य में लगभग 120 क्विंटल धान विक्रय किया था। इस तरह लगभग 80 हजार रूपये बोनस के रूप में मिलेगी। जिससे हम डबल फसल लेने और खेती-बाड़ी की सुधार में उपयोग करेंगे। साहू ने कहा कि ऐन-वक्त पर जेब में पैसा आने से हम किसानों का उत्साह दोगुना हो गया है। अंचल के किसानांे ने बताया कि वे पूरे उत्साह के साथ खरीफ फसल की तैयारी में जुट गये है। खेत एवं मेड़ो की साफ-सफाई से लेकर खरपतवारों की सफाई तक कार्य जारी है। उबड़-खाबड़ खेतो को समतलीकरण किया जा रहा है। घुरूवा में बने कम्पोस्ट खाद को खेतों तक पहुंचाने और बिखेरने के काम में तेजी आ गई है।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना से गरियाबंद जिले के 66 हजार 710 किसानों को 204 करोड़ एक लाख 34 हजार 747 रूपए बोनस की कुल राशि मिलेगी। प्रथम किस्त के रूप में 51 करोड़ रूपए किसानों के खाते में जमा हुई है। ज्ञात है कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए दूरगामी निर्णय लेते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूआत की है।
जिले के उपसंचालक कृषि एवं जिला सहकारी समिति के नोडल अधिकारी ने बताया कि खरीफ-2020 हेतु बीज एवं उर्वरक के पर्याप्त भंडारण की गई है। सहकारी समितियों में 12 हजार 521 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है। इसमें यूरिया, सुपर फास्पेट, डीएपी, पोटाश एवं एनपीके खाद उपलब्ध है। इनमें से 7 हजार 737 मीट्रिक टन अर्थात 59 प्रतिशत खाद का उठाव किसानों द्वारा कर लिया गया है। इसी तरह 17 हजार 858 मीट्रिक टन बीज के भंडारण में से 9 हजार 447 मीट्रिक टन बीज का उठाव कर लिया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप खाद एवं बीज का पर्याप्त भंडारण किया गया है तथा प्रतिदिन किसानों द्वारा खाद और बीज का उठाव जारी है।