रायपुर। अमेरिका दौरे से रायपुर लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह पर करारा प्रहार किया। मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम बघेल ने कहा कि जिसका टोकन है उसका धान नहीं लेने का सवाल ही नहीं होता। रमन सिंह पहले भी कोचियों की बात करते थे,आज भी वे कोचियों की बात कर रहे हैं। भाजपा का आंदोलन सिर्फ कोचियों का धान खपाने के लिए है,किसी किसान का धान के लिए आंदोलन नहीं है। आखिर रमन सिंह को किसका-किसका श्वेत पत्र चाहिए, नया रायपुर, नान या फिर दामाद का किसका? लिस्ट बनाकर दे दें तो हम जारी कर देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले कभी इतनी भारी मात्रा में धान की खरीदी नही हुई। 83 लाख मिट्रिक टन धान खरीदकर हमारी सरकार ने किसानों के हित में काम किया है। ढाई लाख अधिक किसानों ने धान बेचा है। छत्तीसगढ़ में कृषि लाभकारी व्यवसाय हो गया है। भाजपा ने 50 लाख मिट्रिक टन का नियम बनाया था,हमने रिकार्ड धान की खरीदी की है।उन्होंने बताया कि अमेरिका के 3 बड़े शहरों में जाना हुआ। यात्रा बहुत ही सार्थक रही। भारतीय मूल के छात्र-छात्राओं और व्यवसायियों से भी मुलाकात हुई। विभिन्न सेक्टरों के उद्योगपतियों से सार्थक चर्चा हुई। आने वाले समय में इसका परिणाम दिखाई देगा। उद्योगपतियों को सीधा आमंत्रण दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि एएमओयू साइन नहीं करेंगे आए देखें और सीधा काम करें। सीएम बघेल ने अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आगमन पर कहा कि लगता है वे चुनाव के कारण भारत आ रहे हैं क्योंकि वहां बहुत हिंदुस्तानी रहते हैं।
बता दें कि अमेरिका प्रवास के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वापस रायपुर पहुंचे। लम्बी यात्रा से मुख्यमंत्री की वापसी पर उनके स्वागत के लिए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचे। एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला,प्रदेश सचिव हनी बग्गा,जिला अध्यक्ष अमित शर्मा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़क पर मौजूद रहे। एनएसयूआई की भीड़ देखकर मुख्यमंत्री ने रास्ते में अपना काफिला रुकवा लिया। कार से बाहर आकर कार्यकतार्ओं का अभियावादन स्वीकार करने के बाद मुख्यमंत्री निवास के लिए रवाना हुए। इससे पहले एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों ने ऐतिहासिक स्वागत किया। पूरा विमानतल भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा।