कांग्रेस पार्षदों ने सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा पर पक्षपात का आरोप लगाया

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रायपुर। नगर निगम की सामान्य सभा की कार्रवाई में कांग्रेस का एक भी पार्षद शामिल होने नहीं पहुंचा। कांग्रेस पार्षदों ने सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा पर पक्षपात का आरोप लगाया है, उनका कहना है कि सभापति बीजेपी हितैषी हैं। महापौर प्रमोद दुबे सहित कांग्रेस पार्षद बजट अभिभाषण को सामान्य सभा में प्रस्तुत न रखकर अब जनता के बीच रखने की बात कर रहे हैं। महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि सभापति संवैधानिक तरीके से सभा को चलाना नहीं चाहते है, ऐसा लगता है कि वे सदन के सभापति न होकर बीजेपी के सभापति हैं, उनका पक्षपात पूर्ण रवैया किसी से छिपा नहीं है, इसलिए हमने कल बहिष्कार किया और आज भी हम सब सामान्य सभा में शामिल होने नहीं पहुंचे। प्रमोद दुबे ने कहा कि अब हमने फैसला किया है कि विकास कार्य जनता के लिए है इसलिए पहले जारी बजट को अब जनता के बीच पढ़ा जाएगा इसके लिए मीटिंग कर दिन डिसाइड किया जाएगा। महापौर ने कहा कि हमने सोचा था विकास कार्यों को लेकर नए नए विचार सामने आएंगे कुछ और लोग अपने क्षेत्र के डेवलपमेंट के बारे में तथ्य रखेंगे लेकिन सभा में सिर्फ और सिर्फ हंगामा होता है इससे सब का समय खराब होता है तो वहीं सभापति के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए प्रमोद दुबे ने कहा कि सभापति पक्षपातपूर्ण व्यवहार करते हुए सभा को संचालित करना चाहते हैं लेकिन ये हम होने नहीं देंगे इसलिए हमने सभा का बहिष्कार किया हैं। तो वहीं इस पुरे मामले में सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने कह कि सत्ता पक्ष अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है आज सत्ता पक्ष सदन में अनुपस्थित रहा। तीन बार अनुपस्थित रहने पर उनके पद को खत्म किया जा सकता है सदन में नियमितता बजट प्रस्तुत किया गया जिसमें अधिकारियों ने बजट पेश की और चर्चा हुई हैं। बता दें कि मंगलवार को सदन की बैठक पार्षदों के हंगामे की भेंट चढ़ गई थी, सभा में चल रही बहस उस वक्त हंगामे में बदल गई, जब भाजपा पार्षद मनोज प्रजापति ने सभागृह में कीचड़ फेंक दिया, इसके बाद कांग्रेस और भाजपा पार्षदों के बीच काफी हंगामा हुआ, फिर महापौर समेत कांग्रेसी पार्षद सदन छोड़कर बाहर चले गए थे, जिसके बाद बुधवार तक सभा स्थगित कर दी गई थी।