अगर कारोबार शुरू करने के लिए कर रहे हैं लोन की तलाश, तो आपके लिए ही बनी है पीएमएमवाई योजना

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नई दिल्ली। अगर आप अपना कोई छोटा उद्योग-धंधा शुरू करने के लिए लोन की तलाश कर रहे हैं तो जान लीजिए कि पीएमएमवाई यानी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आपके लिए ही बनी है। अप्रैल 2015 में शुरू हुई इस योजना से अब तक हजारों लोग लोन लेकर अपना अद्यम शरू कर चुके हैं। पीएमएमवाई की वेबसाइट के अनुसार, 31 मार्च 2019 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में मुद्रा योजना के तहत 3,11,811.38 करोड़ रुपये के लोन दिये जा चुके हैं। वहीं, सरकार ने इस योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 23 मार्च तक 23,818.40 करोड़ रुपये के लोन बांटे हैं। आज हम आपको वह पूरी जानकारी देने जा रहे हैं जिससे आप भी इस योजना के तहत लोन प्राप्त कर अपने कारोबार की शुरूआत कर सकते हैं। इस योजना के तहत तीन तरह के लोन दिए जाते हैं जिसमें शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन शामिल है। शिशु लोन के अंतर्गत 50 हजार रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं। वहीं किशोर लोन में 50 हजार से 5 लाख रुपये तक के कर्ज दने का प्रावधान है। इसके बाद आता है तरुण लोन जिसमें 5 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक के कर्ज देने का प्रावधान है। आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत ब्याज दर निश्चित नहीं होती, लेकिन आमतौर पर न्यूनतम ब्याज दर 10 से 12 फीसदी सालाना होती है। यहां ब्याज दर लोन लेने वाले व्यक्ति के उद्यम की प्रकृति और उससे जुड़े जोखिम पर निर्भर करती है। वहीं, अलग-अलग बैंक मुद्रा लोन के लिए अलग ब्याज दर भी रख सकते हैं। यह है पूरी प्रक्रिया- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन पाने के लिए आपको सबसे पहले बैंक की किसी शाखा में जाकर आवेदन करना होगा। वहां आपको बैंक के ब्रांच मैनेजर से मिलना होगा। ब्रांच मैनेजर आपसे उद्यम के बारे में जानकारी लेगा। आप स्वयं उद्यम शुरू करना चाह रहे हैं तो आपको मकान के मालिकाना हक या किरायानामा से जुड़े डॉक्युमेंट्स, कारोबार से जुड़ी जानकारी, पैन नंबर, और आधार जैसे डॉक्युमेंट्स देने होंगे। अब आपके उद्यम की प्रकृति के आधार पर आपको प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिया जाएगा। खास बात यह है कि अगर आप अपने मौजूदा कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए पैसा चाहते हैं तब भी आपको पीएमएमवाई के तहत लोन मिल सकेगा। बता दें कि, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन चुकाने की अवधि को 5 साल तक आगे बढ़ाया जा सकता है। योजना में लोन लेने वाले व्यक्ति को एक मुद्रा कार्ड दिया जाता है। इस मुद्रा कार्ड से व्यक्ति अपने उद्यम में जरूरत के हिसाब से रुपये खर्च कर सकता है।