नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के दोबारा पीएम बनने के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा के लिए वे मालदीव का रुख कर सकते हैं। सूत्रों से सामने आ रही जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की यात्रा जून के शुरूआती दिनों में हो सकती है। यह 7-8 जून के आसपास हो सकती है। पिछले पांच सालों के कार्यकाल में मोदी ने मालदीव से संबंध और मजबूत करने के लिए कोई यात्रा नहीं की थी। हालांकि वे माले में नवंबर 2018 में राष्ट्रपति इब्राहिम लोधी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ऐसे में मालदीव से संबंध मजबूत करने के इरादे से मोदी अपने दूसरे कार्यकाल की पहली यात्रा यहीं से शुरू कर सकते हैं। अधिकारियों द्वारा फिलहाल मोदी की इस यात्रा की पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन संकेत दिए गए हैं कि उनकी यात्रा की घोषणा जून के पहले हफ्ते में हो सकती है। पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी साल 2014 में भूटान पहुंचे थे। पड़ोसी देशों से संबंध मजबूत करने के लिए पीएम मोदी को दूसरे कार्यकाल में भी पहले पड़ोसी देश की पॉलिसी पर चलते हुए कई देशों की यात्रा करने की संभावना है। बता दें कि मालदीव की यात्रा से भारत की हिन्द महासागर पॉलिसी को लेकर अन्य देशों तक संदेश पहुंचेगा। जो देश की सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। भारत मालदीव के तटीय क्षेत्र में अपना नेटवर्क स्थापित करना चाहता है, ऐसे में पीएम मोदी की मालदीव यात्रा महत्वपूर्ण हो सकती है।