मैनपुरी। माना जाता है कि समय बदलता है। आज कुछ ऐसा ही मैनपुरी में होगा जब धुर विरोधी माने जाने वाले मुलायम सिंह यादव के साथ मायावती एक ही मंच पर होंगे। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को पटखनी देने की खातिर समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी में बड़ा गठबंधन हुआ है। इसी गठबंधन के तहत मैनपुरी से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव के पक्ष में बसपा मुखिया मायावती जनसभा करेंगी। इस रैली में अखिलेश यादव और अजित सिंह भी शामिल होंगे। मैनपुरी का क्रिश्चियन कॉलेज का मैदान 1995 के बाद एक बार फिर अपनी सियासी कहानी दोहराने को तैयार है। आज यहां पर गठबंधन की चौथी संयुक्त जनसभा होगी। जिसमें समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव के समर्थन बहुजन समाज पार्टी की मुखिया वोट मांगेगी। 24 साल के लंबे अंतराल के बाद गठबंधन की छांव में मुलायम सिंह यादव बसपा प्रमुख मायावती के साथ मंच साझा करेंगे। मतदाताओं के दिल तक पहुंचने के लिए आरएलडी प्रमुख अजीत सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इनके साथ होंगे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव आज दिन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ दिन में करीब 12.30 बजे पहुंचेंगे। क्रिश्चियन कॉलेज के मंच पर बसपा प्रमुख मायावती और रालोद नेता अजीत सिंह भी होंगे। जिलाधिकारी पीके उपाध्याय व पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सभास्थल का निरीक्षण करने के साथ ही व्यवस्थाओं और सुरक्षा का जायजा लिया। महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों को संदेश देने की कोशिश करेगा कि सभी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हैं। शुरू में ऐसी खबरें थीं कि मुलायम रैली में शामिल नहीं होंगे। उत्तर प्रदेश में 1993 में गठबंधन कर सरकार बनाने वाली सपा और बसपा के बीच पांच जून 1995 को लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस काण्ड के बाद जबर्दस्त खाई पैदा हो गयी थी। इस बार लोकसभा चुनाव से पहले सपा से हाथ मिलाने के बाद मायावती स्पष्ट कर चुकी हैं कि दोनों पार्टियों ने भाजपा को हराने की खातिर गिले-शिकवे भुला दिये हैं। गठबंधन की जनसभा को संबोधित करने के लिए माया और मुलायम दो अलग-अलग हैलीकॉप्टरो से आएंगे। महावीर मिल में बने हेलीपेड पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के उतरने के इंतजाम कराए गए हैं। सभा स्थल पर बने हेलीपेड पर बसपा मुखिया मायावती और आरएलडी प्रमुख अजीत सिंह का हेलीकॉप्टर उतरेगा। गठबंधन की रैली में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्रा, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित सिंह, सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के अलावा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मंच पर साथ होंगे। साझा रैली के लिए मुलायम कुछ अनमने से थे। उन्होंने एक अप्रैल को अपने नामांकन के दिन पत्रकारों के इस प्रश्न पर कि 19 अप्रैल की रैली के बारे में क्या कहना है, कहा था कि वो दिन अभी दूर है, देखेंगे। इसके बाद भी गाहे-बगाहे उनके अखिलेश के गठबंधन संबंधी निर्णय विरोधी बयान आते रहे। मैनपुरी सीट मुलायम का गढ़ माना जाता रहा है। इस बार मुलायम यहां से समाजवादी पार्टी के गठबंधन प्रत्याशी हैं।रैली में भाग लेने के लिए मुलायम सिंह यादव मंगलवार की शाम सैफई पहुंच गए थे। सांसद तेजप्रताप यादव ने पार्टी कार्यालय और रैली स्थल पर जाकर तैयारियों को देखा।