गठबंधन पर केजरीवाल के बयान से अटकलें फिर तेज, भाजपा को हराने के लिए कुछ भी करेंगे केजरीवाल

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नई दिल्ली। दिल्ली में लोकसभा चुनावों के लिए नामांकन शुरू होने वाला है लेकिन अब भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की अटकलें बनी हुई हैं। आप की तरफ से लगातार गठबंधन को लेकर संकेत दिए जा रहे है। रविवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वह कुछ भी करेंगे। यह बात उन्होंने कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित संयुक्त विपक्ष की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। केजरीवाल ने कहा कि देश खतरे में है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी से देश को बचाने के लिए जो भी करने की जरूरत होगी, उसे हम करने को तैयार हैं। इससे कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की चर्चा फिर तेज हो गई है। वहीं, केजरीवाल ने कहा कि सिर्फ एक पार्टी वीवीपैट के पक्ष में है। क्योंकि ईवीएम से उस पार्टी को मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में जब भी कोई ईवीएम मशीन खराब हुई है तो उसका फायदा केवल भाजपा को हुआ है। खराब मशीन में किसी और पार्टी को वोट नही जाता केवल भाजपा को वोट जाता है। अभी गठबंधन में कई तरह के पेच बाकी हैं। जहां कांग्रेस गठबंधन सिर्फ दिल्ली में चाहती है, वहीं आप दिल्ली के साथ ही हरियाणा और चंडीगढ़ की 18 सीटों पर गठबंधन की बात कर रही है। इस बीच कांग्रेस ने हरियाणा में अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। जबकि आप और जेजेपी के बीच गठबंधन का समझौता हो गया है, लेकिन सीटों का बंटवारा होना बाकी है। कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने लोकसभा चुनाव में कोई एक मुस्लिम उम्मीदवार बनाने करने की मांग की है। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी गई है। इन्होंने चांदनी चौक या फिर नॉर्थ-ईस्ट सीट पर उम्मीदवार घोषित करने को कहा है। कांग्रेस के पूर्व मुस्लिम विधायक शोएब इकबाल, मतीन अहमद, आसिफ मोहम्मद खान और हसन अहमद की ओर से लोकसभा चुनाव में एक मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के लिए राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी गई है। पत्र लिखने से पहले आसफ अली रोड के ब्रॉडवे होटल में मीटिंग हुई। नेताओं ने शीला दीक्षित से मुलाकात कर अपनी मांग से अवगत कराया। पूर्व विधायक के भास्कर को बताया कि शीला दीक्षित ने उन्हें आश्वस्त किया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा उम्मीदवारों के नाम 16 अप्रैल को जारी हो सकते हैं। मनोज तिवारी मुंबई महाराष्ट्र में रैली और रोड शो में हिस्सा लेकर 15 अप्रैल की देर रात दिल्ली पहुंचेंगे। इसके बाद 16 अप्रैल को होने वाली संगठन और चुनावी कार्यकारिणी की मीटिंग के बाद फैसला आने की उम्मीद है।