नई दिल्ली – आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो सीटों से चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। रविवार को कांग्रेस ने एलान किया कि राहुल उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस एलान के बाद से ही इसको लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। भाजपा ने इसे अमेठी में राहुल की संभावित हार का डर बताया है। वहीं वामपंथी दलों ने भी त्योरियां चढ़ा ली हैं। वाम दलों ने कहा है कि भाजपा से मुकाबला करने के बजाय कांग्रेस अध्यक्ष लेफ्ट के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं। उन्हें हराने के लिए वाम मोर्चा हरसंभव प्रयास करेगा। लोकसभा चुनाव अभियान के बीच राहुल गांधी के दक्षिण भारत की सीट से भी चुनाव लड़ने के राजनीतिक फैसले का एलान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटोनी ने किया। वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और रणदीप सुरजेवाला के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एंटोनी ने कहा कि कांग्रेस के लिए यह सुखद खबर है कि राहुल गांधी अमेठी की अपनी परंपरागत सीट के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। पिछले कई हफ्तों से केरल तमिलनाडु और कर्नाटक के पार्टी कार्यकतार्ओं की ओर से दक्षिण की एक सीट से कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव लड़ने का आग्रह आ रहा था। पार्टी में इस पर चर्चा हुई और राहुल से आग्रह किया गया कि दक्षिण के कार्यकतार्ओं का आग्रह ठुकराना ठीक नहीं। वायनाड को इसीलिए चुना गया है कि यह केरल कर्नाटक और तमिलनाडु तीनों सूबों का त्रिकोण है। केरल में वामपंथी दलों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने की राहुल की घोषणा से खफा माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने राहुल गांधी को वायनाड में हराने के लिए पूरा जोर लगाने की ताल भी ठोक दी है। प्रकाश करात ने कहा कि राहुल को वायनाड में उतारकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता अब भाजपा से मुकाबला करना नहीं बल्कि वाम दलों से लड़ना है। इसीलिए वाम दल भी राहुल की वायनाड में हार सुनिश्चित करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। केरल की सत्ताधारी वाम मोर्चा के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री पी. विजयन ने भी कहा कि यह भाजपा के खिलाफ लड़ाई नहीं है। वाम मोर्चा कांग्रेस अध्यक्ष को शिकस्त देने में कसर नहीं छोड़ेगा। तिरुवनंतपुरम में विजयन ने कहा कि केरल से राहुल के चुनाव लड़ने को विशेष तवज्जो नहीं दी जाएगी और सूबे की 20 लोकसभा सीट में एक उनकी भी सीट होगी। अमेठी में हिसाब देने के डर से भागे राहुल वायनाड से राहुल के चुनाव लड़ने के फैसले पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अमेठी में हार की आशंका देख राहुल के केरल जाने का दावा किया। शाह ने कहा कि कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। इसी का नतीजा है कि अमेठी को छोड़कर राहुल गांधी केरल भाग गए हैं क्योंकि वे जानते हैं कि इस बार अमेठी में मतदाता उनसे हिसाब मांगेंगे। हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर व दक्षिण भारत के बीच मोदी सरकार की पैदा की गई खाई को फिर से भरने के लिए वहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया है