भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने संबंधी अटकलों पर अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विराम लगा दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को खुलासा किया कि दिग्विजय सिंह भोपाल संसदीय सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। कमलनाथ ने बताया कि सीईसी ने उनका नाम फायनल कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा से दौरान इस बात की जानकारी दी। सीएम कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के भोपाल से चुनाव लड़ने के पीछे की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि मैंने ही दिग्विजय सिंह को कठिन सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। तीन सीटों को लेकर बात भी हुई थी। जिसमें इंदौर, भोपाल और जबलपुर का नाम सुझाया था। उन्होंने भोपाल से लड़ने पर हामी भरी। जिसके बाद सीईसी ने भोपाल से उनका नाम फायनल कर दिया। इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मिले अनुभवों, किसान कर्ज माफी के संबंध आ रही दिक्कतों और उनसे समाधान से संबंधित वित्तीय समस्या के बारे में भी पत्रकारों से खुलकर चर्चा की। सीएम कमलनाथ ने कहा कि बैंड बाजे पर मेरा बहुत मजाक उड़ाया, अब मैं दूसरों का भी बैंड बजाऊंगा। दिग्विजय सिंह के भोपाल संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अब इस सीट पर रोचक सियासी मुकाबला हो सकता है। दिग्विजय लंबे समय बाद चुनावी मैदान में है और उन्होंने कहा था कि कांग्रेस आलाकमान उन्हें जहां से चुनाव लड़ाना चाहे, टिकट दे सकती है। किसी विशेष सीट के लिए मैं मांग नहीं करूंगा। इस बीच दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा भी इस बार नया चेहरा उतार सकती है। केंद्रीय मंत्री और ग्वालियर से सांसद नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि पार्टी ने अभी तक मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है।