रायपुर। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के क्रियान्वयन के संबंध में शुक्रवार को यहां अटल नगर स्थित उद्यानिकी विभाग के संचालनालय में छत्तीसगगढ़ सहित छ: राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, ओड़िसा, झारखण्ड तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उद्यान विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक में मिशन का कार्यक्षेत्र देश के पूर्वी क्षेत्रीय समूह के अतर्गत शामिल राज्यों के सभी जिलों में लागू करने का सुझाव दिया गया। बैठक की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राज्य के मिशन संचालक डॉ. प्रभाकर सिंह की अध्यक्षता में हुई। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के क्रियान्वयन के लिए गठित पूर्वी क्षेत्र समूह में शामिल राज्यों के उद्यान विभाग के संचालकों ने नये फसल जैसे कि एप्पल बेर, खजूर, जामुन, डेज्गन फ्रूट, थाई ग्वावा, शहतुत, पीच, प्लम, एवं अंगूर को शामिल करने की अनुशंसा की और खेतों में प्लास्टिक मल्चींग लगाने पर जोर दिया। बैठक में मिशान आन इंटीग्रेशन फार डेवलपमेंट आॅफ हार्टिकल्चर नई दिल्ली के उपायुक्त डॉ. एन.के.पटले एवं प्रमुख सलाहकार नावेद हामिद थे । छत्तीसगढ़ बागवानी मिशन के संचालक डॉ प्रभाकर सिंह ने बताया कि राज्य में प्लग टाईप सीडलिंग यूनिट सूचारू रूप से एवं सफलतापूर्वक संचालित है जिसके मद्देनजर राज्य में छठवीं यूनिट बस्तर जिले मे स्थापित की जानी है। सर्व सुविधा युक्त उद्यानिकी सेंटर आॅफ एक्सीलेंस बनाने की चर्चा की गई जिसमें प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा। बैठक में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, छत्तीसगढ़ राज्य उद्यानिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में एमआईडीएच की योजनांओं को 2020 से आगे जारी रखने एवं सभी घटकों पर विचार-विमर्श किया एवं आवश्यक सुझाव दिए। पांच से दस टन की छोटी इकाइयों को स्थापित करने के संबंध में सुझाव दिया ।