ग्राम पंचायत सिंहारलटी में सन् 2018 से थानसिंह नायक सचिव के पद पर कार्यरत अभी तक है एवं इनके द्वारा आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही है जिससे गांव के लोग शासकीय लाभ से वंचित है 1. यह कि पूर्व सरपंच जान्हवी ध्रुव के द्वारा वर्तमान सरपंच देवकी बाई सोरी को सभी खाताओं को मिलाकर 4 लाख 97 हजार रूपये प्रभार में दिया गया था जिसका आय व्यय की जानकारी अभी तक नहीं दिया गया है ।
2. यह कि महोदय शासन द्वारा प्रदाय किये जाने वाली राशि 14 वें वित्त से सभी पंचायतो को समयानुसार प्रदाय किया जाता है एवं उक्त राशि को शासन के गाइड लाईन के अनुसार परसेन्टेज के आधार पर खर्च किया जाना होता है परन्तु सरपंच सचिव के द्वारा गाइड लाईन का पालन नहीं करते हुए एवं बिना पंचायत प्रस्ताव के राशि आहरण कर मनमानी किया जा रहा है एवं गांव का विकास ठप्प पड़ा है ।
3. यह कि महोदय शासन द्वारा प्रदाय किये जाने वाली मूलभूत राशि से सभी पंचायतो को समयानुसार प्रदाय किया जाता है एवं उक्त राशि को शासन के गाइड लाईन के अनुसार परसेन्टेज के आधार पर खर्च किया जाना होता है परन्तु सरपंच सचिव के द्वारा गाइड लाइन का पालन नहीं करते हुए एवं बिना पंचायत प्रस्ताव के राशि आहरण कर मनमानी किया जा रहा है एवं गांव का विकास ठप्प पड़ा है । 4. यह कि महोदय शासन द्वारा प्रदाय किये जाने वाली राशि 15 वें वित्त से सभी पंचायतो को समयानुसार प्रदाय किया जाता है एवं उक्त राशि को शासन के गाइड लाईन के अनुसार परसेन्टेज के आधार पर खर्च किया जाना होता है परन्तु सरपंच सचिव के द्वारा गाइड लाईन का पालन नहीं करते हुए एवं बिना पंचायत प्रस्ताव के राशि आहरण कर मनमानी किया जा रहा है एवं शासन द्वारा जारी गाइड लाईन में 15 वें वित्त की राशि से सोलर लाइट लगाया जाना है या नहीं जिसकी जानकारी हमें प्रदान करते हुए हमारे ग्राम पंचायत में बिना पंचायत प्रस्ताव के सोलर लाइट लगाया गया है और जिस पर 3 लाख रुपये आहरण कर लिया गया है जिसकी जानकारी पंचायत सदस्यों का आज तक नहीं है । आनलाईन में चेक कराने से पता चला इनके मनमानी के चलते गांव का विकास नहीं हो रहा है । 5. यह कि महोदय हमारे ग्राम पंचायत में पेंशनधारियों को सही समय पर पेंशन भुगतान नही किया जाता जिनका अभी भी आफ लाईन पर है इनके नाम के पैसे को सरपंच सचिव द्वारा आहरण कर मनमानी किया जाता है किसी किसी को तो एक – एक साल का भी नहीं मिला है और पांच माह छः माह होने पर हितग्राही को एक दो माह का देते है और बाकि का पैसा नहीं आया कह कर स्वयं गबन कर लिये है , तथा भुगतान नही किया जाता और उक्त राशि को भुगतान नहीं करने से हितग्राहियों का अहित हो रहा है एवं हितग्राहियों को गुमराह में रख कर मनमानी करते आ रहे है । 6. यह कि महोदय पंचायत सचिव थानसिंग नायक हमारे ग्राम पंचायत सिहारलटी में दिनांक 17.03.2018 से लगातार कार्यरत है उसके प्रभार दिनांक से आज पर्यन्त तक 13 वें वित्त की खाता 14 वें वित्त की खाता मूलभूत की खाता 15 वें वित्त की खाता समग्र विकास की खाता एवं ग्राम पंचायत सिहारलटी के पास जितने भी खाता है उन सभी खाताओं पर हुए लेन – देन एवं शासन द्वारा प्राप्त आबंटन राशि का बैंक स्टेटमेंट हम आवेदकों को प्रदान किया जावें । 7. सरपंच सचिव द्वारा पिछले एक वर्ष से आज पर्यन्त तक ग्राम पंचायत में बैठक आहूत नहीं कर रहे है जिससे गांव वाले शासन की योजना के बारे में जानकारी नहीं होने से लाभ से वंचित हो रहे है । जिससे गांव का विकास के स्थान पर विनाश हो रहा है । 8. मनरेगा से स्वीकृत कार्यों की जानकारी सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा नहीं दिया जा रहा है एवं उक्त मनरेगा कार्यो में भी सचिव सरपंच एवं रोजगार सहायक की मिली भगत से उनके चहेते लोगो का निर्माण कार्यों में फर्जी हाजरी भरकर लाभावित किया जा रहा है जिससे शासन की राशि का दुरउपयोग हो रहा है जिसका भी रेन्डम जांच किया जाना आवश्यक है । 9. शासन द्वारा संचालित मृतक के परिवारों को श्रद्धाजंली योजना से दो हजार रूपये ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों द्वारा मृतकों के परिवारों को दो हजार रूपये तत्काल दिये जाने का नियम निर्धारित किया गया है परन्तु हमारे ग्राम पंचायत में कुल मृतकों की संख्या लगभग दस हो चुकी है जिसमें उनके चहेते दो लोगों को लभावित कराया गया है और बाकी आठ लोगों के परिवार को श्रद्धाजंली राशि से जानबुझ कर वंचित रखा गया है और इनके द्वारा धमकी दिया जाता है कि जहां जाना है तो जाओं और शिकायत करो । 10. ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा सरपंच सचिव को ग्राम पंचायत की सभी खाताओं का आय व्यय की जानकारी मांगते हुए आज दो साल से भी अधिक हो रहा है परन्तु उनके द्वारा आज पर्यन्त तक जानकारी नहीं दिया गया है । इसी तारतम्य में जानकारी प्राप्ति हेतु ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत में चना का अधिकार लगाया गया था परन्तु आज पर्यन्त तक जानकारी तो नहीं दिया गया उल्टा सचिव एवं सरपंच के द्वारा गांव में मिटींग बुलाकर जानकारी मांगने वालों को मारने पीटने की धमकी देते हुए गांव से भगा देने की धमकी दिया जाता है ।