रायपुर। राजधानी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 9 फरवरी को अपनी मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की सातवीं कड़ी में प्रदेशवासियों से इस बार ‘परीक्षा प्रबंधन और युवा कैरियर के आयाम’ विषय पर बात की। इस रेडियोवार्ता की शुरुआत में सीएम ने सभी प्रदेशवासियों को जय जोहर का अभिनंदन देकर की। इस रेडियोवार्ता में उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि आप सभी प्रदेशवासियों के संग ज्यादा से ज्यादा समय बिताऊ, जिससे मेरे बचपन और जावानी की याद ताजा हो जाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्कूली विद्यार्थियों को परीक्षा से तनाव मुक्त रहने का गुरुमंत्र दिया। उन्होंने बच्चों से कहा कि परीक्षा से डरे नहीं, बल्कि डर के मनोविज्ञान को समझे। सीएम ने कहा कि जब तक आप डर को सोच-सोचकर डरते रहेंगे, तब तक मन से डर को बाहर नहीं निकाल पाऐंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डर को दूर करने के लिए अपने स्वभाव में बदलाव करना जरूरी है। सीएम ने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जो रखते हैं उड़ने का शौक, उन्हें नहीं होता गिरने का खौफ कहा कि सवाल सिर्फ पढ़ाई के डर का नहीं है, बल्कि स्वभाव का है कि आप हिम्मत वाले, साहसी, निडर कहलाना चाहते हैं या डरपोक। सीएम ने परिजनों से अपील करते हुए कहा कि परीक्षा के समय बच्चों को आत्मीयता और सहयोग की अधिक जरुरत होती है। ऐसे समय बच्चों को तनाव से बचाना की अपील की। उन्होंने अभिवाहक से कहा कि बच्चों से किसी तहर की प्रेशर ना डाले। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ एक बात कहता हूं कि तुम अपने माता-पिता की बात मान कर पढ़ाई करते रहो। डरो मत, जिंदगी से लड़ो और जीतो।