प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर भाजपाइयों ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन।मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पाटन के बठेना गांव में अनुसूचित जाति के एक ही परिवार के पांच व्यक्ति के संदिग्ध मृत्यु ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। राज्य की कांग्रेस सरकार से आमजनता त्रस्त हैं। माताएं, बहनें डरी और सहमी हुई हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। उक्त बातें किसान मोर्चा प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने बठेना हत्याकांड को लेकर छुरा में रविवार को आयोजित एकदिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन के दौरान कही है। धरना के बाद राज्यपाल के नाम नायब तहसीलदार कुसुम प्रधान को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भाजपा के कार्यकर्ता राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हर चार घण्टे में एक बलात्कार और छः घण्टे में एक हत्या या हत्या के प्रयास की घटना से यह साबित हो रहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने संबंधी अपने महत्त्वपूर्ण दायित्व के निर्वहन में कांग्रेस किस तरह विफल है। छत्तीसगढ़ में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। राज्य शासन ने आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार दो वर्ष में प्रदेश में 1828 हत्या, 1281 हत्या के प्रयास, 4939 बलात्कार, 12862 चोरी, 133 डकैती और 855 लूटपाट के मामले दर्ज किए गए हैं। जानकर आश्चर्य होगा कि अनेक अपराध के मामले कांग्रेसियों के दबाव के कारण पुलिस में प्राथमिकी दर्ज नही हो रही है। जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, दुष्कर्म की घटनाएं भी बढ़ गई है। भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र और गृहमंत्री के गृह जिले में घटनाएं लगातार घट रही है, लेकिन दबाव के चलते पीड़ित लोगों को न्याय नही मिल पा रहा है। यह अपने आप मे आश्चर्य से कम नही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार अत्याचार की घटनाएं हो रही है। जर्जर कानून व्यवस्था से आमजनता परेशान हैं। उन्होंने बताया कि बठेना गांव में अनुसूूूचित परिवार के साथ जो घटना घटित हुई है, उसका भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता विरोध करता है। इस परिवार को न्याय दिलाने में कांग्रेस की सरकार असफल हो गई है।इस जघन्य घटना के बाद भाजपा का विधायक दल मृतकों के घर पहुचा और वहां जो परिस्थितियां दिखी, उसके अनुसार सामूहिक दुष्कर्म और उसके बाद परिवार की नृशंस हत्या किए जाने की आशंका होती है। जिन परिस्थियों में शव जली मिली उससे हत्या/ बलात्कार का संदेह होना स्वाभाविक है। साहू ने कहा कि सीएम के क्षेत्र में भी यह पहली घटना नही है। पहले भी अनेक घटनाएं घट चुकी है। जिसमें दुर्ग जिले के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हो गई थी। जिसका खुलासा अब तक नही हुआ है। पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. रामकुमार साहू ने बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है, आम लोग बदहाल कानून व्यवस्था से परेशान हैं। हत्या, चोरी, दुष्कर्म जैसी घटनाएं तो घटित हो रही है, वहीं सरकार के इशारे में अनेक मामले में कार्यवाही नही हो रही है। जिसके चलते आम लोगों में कानून व्यवस्था से भरोसा उठते जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने ही क्षेत्र के घटित घटनाओं को लेकर मौन साधे हुए हैं। सरकार अत्याचार के अपराध रोकने में नाकाम है। प्रदेश सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखे, लेकिन उसमें सरकार विफल हो गई है। धरना प्रदर्शन को भाजपा जिला महामंत्री अनिल चंद्राकर, मंडल अध्यक्ष पीलूराम यादव, नगर पंचायत अध्यक्ष खोमन चंद्राकर, जिला कोषाध्यक्ष राहुल सेन, महेश यादव, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष पारस ठाकुर, प्यारेलाल सोनकर, सुरेंद्र सोनटेके, रामूराम साहू, राकेश शर्मा ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर नगर पंचायत उपाध्यक्ष रिंकू सचदेव, अजजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्यारे सिंग दीवान, गोपचंद बेनर्जी, कमल सिन्हा, संजीव चंद्राकर, राधेश्याम सोनवानी, चिरंजीव देवांगन, मंजुलता हरित, मंडल महामंत्री रामलाल कुलदीप, शिवशंकर जायसवाल, संदीप पाण्डेय, सरवर खान, सुरेश निर्मलकर, आनंद राजपूत, मिंजून साहू, जनक श्रीवास, दशरथ सिन्हा, देवमती साहू, भारती सोनी, रजनी लहरे, चित्ररेखा ध्रुव, मीना चंद्राकर, रिंकी सोनी, मिताली सोनी, मोनिका ध्रुव, मोंगरा ध्रुव, हेमलता साहू, दिपा यदु, भोलेशंकर जायसवाल, रिखी यादव, गिरवर लहरे, चम्पेश्वर गिरी गोस्वामी, मधु दीवान, सेवक राम, ओमप्रकाश साहू, युगल समदरिया, प्रतीक तिवारी, रितेश यादव, आनंद ठाकुर, उमेश सोनवानी, दीपक तिवारी, नागेंद्र देवांगन, पुरुषोत्तम गिरीगोस्वामी, सागर मयानी, बृजराज पटेल, युधिष्टिर, प्रेमलाल टोंडर, दिनेश, नेतुराम, गोपीचंद निषाद, मुकेश ठाकुर इत्यादि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।