छूरा, ग्राम पंचायत सचिव संघ द्वारा अपनी एक सूत्रीय मांगों को लेकर छुरा में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाने के कारण पंचायतों का कार्य पूरी तरह से बंद पड़ा है सचिव संघ पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल पूरे जिला में चल रहा है । जिसमें सभी सचिव संघ द्वारा पूर्ण रूप से अपनी हड़ताल को काम बंद कलम बंद कर दिया गया है ।
जिसके कारण आज गांव में बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। पूरे ग्राम पंचायत ताला बंद जिसमें गरीब गांव के लोगों को बड़ी कठिनाई हो रही है। वही छुरा में ग्राम पंचायत सचिव संघ द्वारा हड़ताल पर बैठे हैं। कृषि विभाग के सामने पंडाल लगाकर अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल में मांगों को लेकर सचिवों ने अपना धरना प्रदर्शन आज 12 दिन पूर्ण हो चुके हैं। अभी भी अनिश्चित हड़ताल जारी रखा गया है।
सचिव के धरना प्रदर्शन व हड़ताल में चले जाने से ग्राम पंचायतों का कार्यों में पूरी तरह बन्द हो गया है ।तो वही रोजगार सहायकों द्वारा भी अपनी नियमितीकरण को लेकर हड़ताल पर बैठ जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा, गौठान, नरवा घुरवा ,वृद्धा पेंशन सहित कई शासन की जनकल्याण योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है सचिव संघ छूरा के अध्यक्ष सिन्हा ने बताया की यह हड़ताल तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी जायज मांगों को पूरा नहीं करता हमारे द्वारा शासन की हर योजना को ग्रामीणों तक पहुचाया जाता है कई वर्ष बीत चुके है। अभी तक किसी प्रकार का लाभ नहीं मिली है हमें केवल आश्वासन ही दिया जाता है हम पंचायत सचिव नियमितीकरण की मांग कर रहे है लेंकिन सरकार द्वारा वायदा कर के भी नियमितीकरण नही किये गया है। अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे जब तक हमारी मांग पूरी ना हो वही रोजगार सहायक संघ छुरा के अध्यक्ष मीरा कंवर ने कहा कि 14-15वर्षों से संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायकों को उनके सेवा के बदले सिर्फ 5000-6000 रुपये मानदेय दिया है मनरेगा अंतर्गत हम फिर चाहे 100 दिन या 150 दिन हो रोजगार उपलब्ध करवाने में ही क्यों न हो। ग्राम पंचायत के कार्य में अहम भूमिका रोजगार सहायकों की मेहनत से ही सम्भव होता है।
गरियाबंद - शासकीय वीर सुरेन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय गरियाबंद के तत्वावधान में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा ग्राम -पाथरमोंहदा में सात दिवसीय विशेष...